रमेश बिधूड़ी और दानिश अली के बीच आपत्तिजनक टिप्पणियों के चलते एक राजनीतिक खलबली उधृत हो गई है। इस मामले को विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी के खिलाफ उठाया है।
दानिश अली ने रमेश बिधूड़ी के खिलाफ शुक्रवार को इस मामले में कदम उठाया और उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से इस मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजने का आग्रह किया।
इस मुद्दे पर दानिश अली ने सवाल उठाया कि क्या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और प्रधानमंत्री मोदी की प्रयोगशाला में यही शिक्षा दी जाती है? वे यह सवाल पूछते हैं कि रमेश बिधूड़ी, जो चुने हुए सांसद को संसद में अपमानित कर रहे हैं, वो आम मुसलमानों के साथ क्या कर सकते हैं? दानिश अली ने इस मुद्दे पर गंभीर विचार किए।
राजनाथ सिंह ने माफी मांगी
रमेश बिधूड़ी की टिप्पणी के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने माफी मांगी है, और इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी रमेश बिधूड़ी को चेतावनी दी थी।
राहुल गांधी ने दानिश अली से मुलाकात की
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने दानिश अली से मुलाकात की और उन्होंने इसे “नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान” कहा। दानिश अली ने भी राहुल गांधी के समर्थन को महत्वपूर्ण माना।
मायावती और जयराम रमेश ने कार्रवाई की रखी मांग
बीएसपी प्रमुख मायावती ने बीजेपी के सांसद द्वारा दी गई टिप्पणी की आलोचना की और कहा कि उनके खिलाफ अब तक समुचित कार्रवाई नहीं की गई है।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इस मामले को सुनकर कहा कि रमेश बिधूड़ी को उनके बयान के लिए निलंबित किया जाना चाहिए और उनकी सदस्यता रद्द की जानी चाहिए।
तेज प्रताप और संजय सिंह ने भी किया विरोध
बीहार सरकार के मंत्री तेज प्रताप यादव ने रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की और कहा कि इस तरह की भाषा संविधान के खिलाफ है।
समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. एसटी हसन ने कहा कि इस मामले में संसद की मर्यादा को नष्ट किया गया है और उन्होंने इस तरह के शब्दों का संसद में का इस्तेमाल किया जाने को निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि रमेश बिधूड़ी की टिप्पणी का संसद में बोलने का तरीका गुंडागर्दी है और उन्होंने इस तरह की भाषा का समर्थन नहीं किया।
हर्षवर्धन और रविशंकर प्रसाद की भी हुई आलोचना
रमेश बिधूड़ी के सांसद के बयान के बाद बीजेपी सांसद हर्षवर्धन और रविशंकर प्रसाद के खिलाफ भी आलोचना हो रही है क्योंकि वे इस मामले में बिधूड़ी को बोलने से रोकने की बजाय हंस रहे थे।
रवि शंकर प्रसाद ने स्पष्ट किया कि वे हमेशा मर्यादित आचरण का समर्थन करते हैं और उन्होंने ऐसी किसी भी टिप्पणी का समर्थन नहीं किया जो अमर्यादित है।
बीजेपी ने भेजा कारण बताओ नोटिस
दानिश अली ने कहा, “मुझे उम्मीद है कि मेरे साथ न्याय होगा और स्पीकर साहब कार्रवाई करेंगे। अगर ऐसा नहीं होता है तो मैं भरे मन से इस सदन को छोड़ने पर विचार करूंगा.”
सूत्रों के अनुसार, बीजेपी ने दानिश अली के खिलाफ असंसदीय भाषा के इस्तेमाल के लिए पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर सांसद रमेश बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।