सीमा हैदर की तरह ही बांग्लादेश से श्रावस्ती पहुंची तीन बच्चों की मां, प्रेमी की पत्नी ने घर से निकाला!

Published

श्रावस्ती/उत्तर प्रदेश: कहते हैं प्यार और प्यार करने वालों को दुनिया की कोई सरहद नहीं रोक सकती। ये तो पाकिस्तान से आई सीमा ने साबित कर दिया है। ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती से सामने आया है। जहां बांग्लादेश की रहने वाली एक महिला अपने तीन बच्चों के साथ अपने प्रेमी से मिलने उसके घर पहुंच गई, लेकिन इस कहानी का हिरो सचिन मीणा की तरह कुआरा नहीं बल्की शादीशुदा निकला। महिला का प्रेमी एक बच्चे का पिता है।

बताया जा रहा है कि महिला बांग्लादेश के जिला व थाना राउजन चटगांव की निवासी है। महिला का नाम दिलरुबा शर्मी है और उसके पति का नाम शैफुद्दीन था, जिसकी कोरोना काल में मौत हो गई थी। पति की मृत्यु के बाद महिला को श्रावस्ती के मल्हीपुर थाना क्षेत्र के भरथा रोशनगढ़ निवासी अब्दुल करीम के पुत्र मोहम्मद अमीन बुहरान से प्यार हो गया। टिक टॉक के जरिये दिलरुबा और करीम की दोस्ती हुई। इस दौरान करीम खुद को अविवाहित बताता रहा और दिलरुबा से उसके साथ रहने का वादा करता रहा।

दिलरुबा कैसे पहुंची भारत?

बता दें कि दिलरुबा टूरिस्ट वीजा पर अपने बच्चों को साथ लेकर 26 सितंबर को कोलकाता पहुंची, जिसके बाद वह लखनऊ होते हुए बहराइच आ गई। बहराइच में एक होटल में दो दिन तक रुकी। उसके बाद वह श्रावस्ती के भरथा रोशनगढ़ पहुंचीं। दिलरुबा की कहानी सुन कर करीम की पत्नी शकीला बानो ने इसकी सूचना जोखवा बाजार में अपने मायके वालों को दे दी। जिसके बाद मायके वालों के साथ एसएसबी और मल्हीपुर पुलिस पहुंची और पुलिस ने दिलरुबा के वीजा की जांच की तो वह वैध निकला।

घर वापस लौटेगी दिलरुबा?

जांच पड़ताल के बाद वह बच्चों संग लखनऊ चली गईं और वहीं अपर पुलिस अधीक्षक प्रवीण कुमार यादव ने बताया कि बांग्लादेश से एक महिला अपने बच्चों के साथ टूरिस्ट वीजा पर श्रावस्ती अपने साथी के यहां घूमने टहलने आई थी और वह ट्रैवल एजेंट संग आगे चली गई है टिकट कंफर्म होते बांग्लादेश लौट जाएगी।