नई दिल्ली/डेस्क: बिहार में हुई जाति आधारित गणना की रिपोर्ट सोमवार को जारी कर दी गई है। गांधी जयंती के मौके पर बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव विवेक सिंह ने जाति आधारित गणना का रिपोर्ट जारी की है।
जाति आधारित गणना को लेकर बिहार में कई विवाद थे, और इस मामले को हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक ले जाया गया था।
गणना के अनुसार, बिहार में पिछड़े वर्ग की आबादी 27.13% है, अत्यंत पिछड़ा वर्ग 36.01% है, और सामान्य वर्ग 15.52% है। बिहार की कुल आबादी 13 करोड़ से अधिक है। इसके अलावा, बिहार से बाहर रहने वालों की संख्या 53 लाख 72 हजार 22 है। बिहार राज्य में रहने वालों की कुल जनसंख्या 12 करोड़ 53 लाख 53 हजार 288 है।
पुरुषों की कुल संख्या 6 करोड़ 41 लाख 31 हजार 990 है, जबकि महिलाओं की संख्या 6 करोड़ 11 लाख 38 हजार 460 है। अन्य की संख्या 82,836 है। गणना के अनुसार 1000 पुरुषों पर 953 महिलाएं पाई गई हैं।
बिहार में सबसे अधिक हिंदुओं की संख्या है, जो 10 करोड़ 71 लाख 92 हजार 958 है। मुस्लिम की संख्या 2 करोड़ 31 लाख 49 हजार 925 है। जबकि ईसाई की संख्या 75238, सिख की संख्या 14753, बौद्ध की संख्या 111201 और जैन की संख्या 12523 है।
बिहार सरकार ने इस गणना का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि आरक्षण के लिए समुचित प्रावधान किया जा सके और विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन में मदद मिले।
लेखक:करन शर्मा