नई दिल्ली/डेस्क: विराट कोहली ने आजकल खेल में एक महत्वपूर्ण रोल निभाने के लिए अपने आप को साबित किया है, और हाल ही में एक महत्वपूर्ण मैच में उनकी यह कौशल दिखाई दिया। मैच के आठवें ओवर में, उन्होंने एक पुल शॉट मारने की कोशिश की, लेकिन गेंद बल्ले के ऊपरी भाग पर लगकर हवा में उठ गई। इसके बाद, स्टेडियम में मौजूद लोगों के बीच सनाटा सा छा गया था, क्योंकि 199 रनों का पीछा करने उतरा भारत पहले भी 2 रन पर 3 विकटें गवा चूका था।
टीम इंडिया के ऑफ स्पिनर, रविचंद्रन अश्विन, ने इस परिस्थिति को साझा किया कि जब उन्होंने विराट कोहली का कैच नहीं होने की स्थिति देखी, तो वह ड्रेसिंग रूम के बाहर बिना कुछ कहे भाग गए। उन्होंने मैच के बाद ब्रॉडकास्टर्स से कहा, ‘जब मैंने देखा कि विराट कोहली की गेंद हवा में चली गई तो मैं ड्रेसिंग रूम के बाहर भागा। मैं सोच रहा था कि जब सब कुछ खत्म हो जाएगा तो मुझे जगा देना।
वे बताते हैं कि वे पूरे मैच के दौरान एक ही जगह पर बैठे रहे, जिसके कारण उनके पैरों में दर्द होने लगा। यह याद दिलाता है कि 2011 वर्ल्ड कप के फाइनल में भी एक समान परिस्थिति थी। भारत की शुरुआत खराब रही थी, लेकिन सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग ने ड्रेसिंग रूम में बैठे रहकर मैच को देखा था, और उन्होंने टीम को जीत दिलाई थी। रविचंद्रन अश्विन ने इस मैच में अपनी गेंदबाजी से टीम की मदद की और उनकी मेहनत ने टीम को जीत दिलाई।
लेखक: करन शर्मा