अभिनेता राजकुमार राव ने चुनाव आयोग के साथ समझौता ज्ञापन पर किए हस्ताक्षर, जानिए क्या काम करता है नेशनल आइकन?..

Published

नई दिल्ली: भारत में अलगे साल के शुरूआत में ही लोकसभा चुनाव होने हैं। जिसको लेकर चुनाव आयोग अपनी तैयारियों में लगा हुआ है। चुनाव आयोग इस बात की घोषणा पहले ही कर चुका था कि इस बार अभिनेता राजकुमार राव को अपना नेशनल आइकन बनाना है।

बता दें कि चुनाव आयोग ने 26 अक्टूबर को अभिनेता राजकुमार राव के साथ मतदाता शिक्षा और मतदान को बढ़ावा देने के लिए चुनाव आयोग के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई ने इस समझौते का वीडियो जारी कर जानकारी साझा की।

अगस्त में सचिन तेंदुलकर को बनाया गया था आइकन

बता दें कि भारत चुनाव आयोग ने इससे पहले इसी साल अगस्त महीने में भारत के पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को अपना नेशनल आइकन बनाया था। उसके तीन महीन बाद अभिनेता राजकुमार राव को अपना दूसरा नेशनल आइकन नियुक्त किया है।

दरअसल, भारत में अलगे साल लोकसभा चुनाव होने हैं। जिसको लेकर चुनाव आयोग अपनी तैयारिया पूरी करने में जुटा है। ये भी चुनाव की तैयारियों का एक हिस्सा है। क्योंकि चुनाव आयोग चाहता है कि मतदान के दौरान ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी हो। इसलिए ही चुनाव आयोग ने देश की दो पॉपुलर हस्तियों को अपना नेशनल आइकन चुना है। क्योंकि चुनाव आयोगा का सबस ज्यादा फोकस युवाओं पर है। इसलिए ही आयोग ने पहले सचिन और अब राजकुमार राव को चुना गया है।

क्या है नेशनल आइकन की भूमिका?

बता दें कि जब चुनाव आयोग किसी खिलाड़ी या अभिनेता को अपना नेशनल आइकन बनाता है तो उस दौरान सेलिब्रिटी को चुनाव आयोग के साथ एक समझौता ज्ञापन साइन करना होता है। जिसकी समय सीमा अगले 3 सालों तक होता है। नेशनल आइकन नियुक्त होने के बाद उस सेलिब्रिटी को विज्ञापन के जरिए, अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म व कुछ कार्यक्रमों के जरिये लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करना होता है।

बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है इससे पहले भी चुनाव आयोग कई खिलाड़ियों और अभिनेताओं को अपना नेशनल आइकन नियुक्त कर चुका है।