नई दिल्ली: शुक्रवार (03 नवंबर) की रात को आए भूकंप नेपाल सहित दिल्ली एनसीआर के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार तक को हिला दिया। रिक्टर स्केल पर 6.4 की तीव्रता वाले इस भूकंप ने नेपाल में सबसे ज्यादा तवही मचाई है। क्योंकि इस विनाशकारी भूकंप का मुख्य केंद्र नेपाल के जाजरकोट जिले का लामिडांडा इलाका रहा। भूकंप इतना विनाशकारी साबित हुआ कि नेपाल में 154 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों की संख्या में लोग घायल हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है। जिसको देखते हुए नेपाल में एसडीआरएफ के जवानों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। इससे पहले 3 अक्टूबर और 15 अक्टूबर को दिल्ली और एनसीआर में तेज झटके महसूस किए गए थे। बता दें कि नेपाल में यह एक महीने के भीतर तीसरी बार भूकंप आया।
भूकंप को लेकर वैज्ञानिकों ने जारी की चेतावनी!
इसी बीच एक भूकंप वैज्ञानिक ने चेतावनी देते हुए कहा है कि लोगों को बहुत ही सतर्क रहने की जरुरत है। क्योंकि ऐसे मामलों में कई बार भूकंप जल्द ही फिर से दस्तक दे सकता है। इसका एक कारण ये है कि पिछले एक महीने में नेपाल और उसके आस-पास वाले इलाकों में 3 बार भूकंप आ चुका है। विशेषज्ञों का मानना है कि हिमालय पर दबाव के कारण भूकंपों की संभावनाएं पैदा हो रही हैं। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि आगे आने वाले भूकंप की तीव्रता का रिक्टर स्केल की तीव्रता 8 से अधिक हो सकती है।
बता दें कि ये हिलहाल अनुमान है इस बात की कोई सटीक भविष्यवाणी नहीं की गई है कि वास्तव में भूकंप आएगा और कब आएगा?