नौकरी नहीं मिली तो गांजा तस्करी करने लगे भाई-बहन, Whatsapp ग्रुप पर ऑर्डर और flipkart के लिफाफे में सप्लाई

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ग्रेटर नोएडा/उत्तर प्रदेश: पढ़ाई पूरी की, लेकिन नौकरी नहीं मिली तो ग्रेटर नोएडा के कुछ युवक और एक युवती ने मेहन करने की बजाए, गलत काम को चुनना आसान समझा और चल निकले क्राईम की दुनिया के बादशाह बनने के लिए। लेकिन उन्हें नहीं पता था कि अपराधी कितना भी शातिर क्यों ही न हो एक ना एक दिन पुलिस के जाल में फंस ही जाता है।

ऐसे ही कुछ अपराधियों को ग्रेटर नोएडा की बीटा 2 पुलिस और स्वाट टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। ग्रेटर नोएडा पुलिस ने फ्लिपकार्ट के लिफाफे में गांजा व चरस रखकर तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस दौरान पुलिस ने एक युवती सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों के कब्जे से करीब 20 किलो गांजा और 400 ग्राम चरस बरामद हुई है।

20 किलो गांजा और 400 ग्राम चरस के साथ पकड़े गए अपराधी

दरसअल, थाना बीटा-2 पुलिस टीम व स्वाट टीम ने गोपनीय सूचना के आधार पर चेकिंग के दौरान चिन्टू ठाकुर ,बिन्टू उर्फ कालू , जय प्रकाश व वर्षा को नवादा गोलचक्कर से गिरफ्तार किया। इन लोगों के कब्जे से 20 किलो 390 ग्राम अवैध गांजा, 400 ग्राम अवैध चरस, घटना में प्रयुक्त एक कार वर्ना, एक मोटरसाइकिल, इलेक्ट्रॉनिक तराजू, 148 फ्लिपकार्ट कम्पनी के लिफाफे, 38 पैकिंग पॉलीथिन, 03 पालीथिन के पैकेट, घटना में प्रयुक्त 04 मोबाइल फोन आदि बरामद हुए।

शिलांग से सप्लाई होता है गांजा

एडिशनल डीसीपी अशोक कुमार ने बताया कि ये सभी शातिर किस्म के गांजा व चरस तस्कर हैं, जिनका एक गिरोह है। गिरोह के नेटवर्क में रिंकू उर्फ सेठ भारी मात्रा में शिलांग से गांजा व चरस लेकर आता था। जिसे चिन्टू व बिन्टू के माध्यम से डिस्ट्रीब्यूट कराने का काम किया जाता था। चिन्टू व बिन्टू दोनों आपस में भाई हैं , ये वर्षा एवं जयप्रकाश के माध्यम से चरस व गांजे को ग्राहकों तक पहुंचाते थे।

Whatsaap ग्रुप के माध्यम से मिलता था ऑर्डर

वाट्सएप्प कॉल के माध्यम से अपना नाम व पहचान छिपाते हुए चिन्टू व बिन्टू ग्राहक से सम्पर्क करते थे और वर्षा व जयप्रकाश को लोकेशन दिया जाता थे और लोकेशन पर माल सप्लाई किया जाता है। एक दिन में वर्षा और जयप्रकाश 40 से 50 पुडियों की सप्लाई कर देते थे, पुड़िया का वजन 10 ग्राम , 20 ग्राम व 50 ग्राम होता था।

flipkart के लिफाफे में रखकर करते थे सप्लाई

पुलिस से पकड़े जाने के डर से गुमराह करने की नियत से ये लोग फ्लिपकार्ट के लिफाफे खरीदकर फ्लिप कार्ट के लिफाफों में गांजा व चरस को रखकर दिल्ली एनसीआर व नोएडा, ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में सेक्टरों, कम्पनियों व यूनिवर्सिटी आदि में फोन द्वारा सम्पर्क कर वर्ना कार व मोटरसाइकिल की सहायता से आर्डर (गांजा/चरस) को उन स्थान पर पहुंचाते थे। जिसका पेमेंट आनलाइन बिन्टू के खाते आता था। इन लोगों पर एक दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। यह लोग पहले भी गांजा तस्करी के मामले में जेल जा चुके हैं।

इनसे बरामद किए गए गांजे की कीमत 25 से 30 लाख रुपए बताई जा रही है। यह लोग यह कार्य कोरोना के बाद से कर रहे हैं। दरअसल, आरोपी वर्षा ने ग्रेटर नोएडा से ही बीबीए की पढ़ाई पूरी की थी और उसके बाद यह अपने बुआ के लड़कों चिंटू व बिंटू के साथ ही गांजा तस्करी के कार्य में जुड़ गई।

एडिशनल डीसीपी ने बताया कि बरामद गांजे की सप्लाई चैन के सम्बन्ध गहनता से जानकारी की जा रही है। वहीं, फरार आरोपी रिन्कू की गिरफ्तारी के लिए टीम लगाई गई है।

रिपोर्ट- नरेंद्र ठाकुर, रिपोर्टर, नोएडा