नई दिल्ली: देश के पांच राज्यों में चुनाव परिणाम आने के बाद इंडिया अलायंस की बैठक होनी थी, लेकिन इंडिया अलायंस में चल रहे मतभेद के कारण अभी संभव नहीं दिख रहा है कि ये बैठक अपने निर्धारित समय पर होगी। चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद विपक्षी खेमे में दरार पड़ती दिख रही है। पहले अखिलेश, फिर ममता और अब नीतीश कुमार उन्हीं की राह पर चलते नजर आ रहे हैं। इस बीच विपक्षी गठबंधन इंडिया की अगली बैठक को लेकर सियासत तेज हो गई है। जिसको लेकर अब कांग्रेस के आगे चुनौती खड़ी हो गई है कि वो एक बार फिर से सभी को एक मंच पर लाए।
ममता के बयान पर उठे सवाल
दरअसल, कल ममता ने कहा था कि वह 6 दिसंबर को होने वाली विपक्ष की बैठक में नहीं जा रही हैं, क्योंकि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें पता होता तो वह अपना शेड्यूल बदल देतीं। इस बयान के बाद अब शिवसेना नेता संजय राउत का बयान आया है, जिससे ममता के बयान पर सवाल खड़े हो गए हैं।
संजय राऊत ने क्या कहा?
जब संजय राउत से पूछा गया कि इंडिया अलायंस की बैठक में ममता इसलिए नहीं आ रही हैं क्योंकि उन्हें जानकारी नहीं है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, राउत ने कहा कि बैठक जल्दबाजी में नहीं बुलाई गई थी और विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने से पहले ही इसकी योजना बनाई गई थी।
गठबंधन का कुछ नहीं होने वाला- सुकांता मजूमदार
वहीं, पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने कहा, “ममता बनर्जी समझ चुकी हैं कि अब इंडिया गठबंधन का कुछ होने वाला नहीं है न इसका वर्तमान है न ही भविष्य इसलिए वो पीछे हट गई हैं। इस गठबंधन में कौन, क्या है ये किसी को को पता नहीं है। इनका लक्ष्य सिर्फ पीएम मोदी को हटाना है…ममता बनर्जी समझ चुकी हैं कि नेशनल लेवल पर पीएम मोदी के विरोध खड़ा होने वाले इस गठबंधन में कोई चेहरा नहीं है।”