इंसान की पहचान चेहरे से नहीं जुबान से होती है, रमेश बिधूड़ी की असंसदीय टिप्पणी पर बोले अखिलेश यादव

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अखिलेश यादव
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नई दिल्ली: 21 सितंबर को संसद में बिशेष सत्र के दौरान लोकसभा में बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने चंद्रयान-3 की उपब्धियों पर चर्चा के दौरान बीएसपी सांसद दानिश अली को गालियां दी। भारतीय संसद के इतिहास में शायद ही ऐसी कोई घटना हुई हो। इस घटना के मीडिया में छाने के बाद विपक्षी पार्टियों और नेताओं द्वारा बीजेपी और लोकसभा स्पीकर से लगातार मांग की जा रही है कि बिधूड़ी पर जल्द से जल्द कार्रवाई हो।

इस मामले में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि इंसान की पहचान चेरहा नहीं, जुबान होती है। सत्ता के नशे में बेसुध भाजपा के एक सांसद द्वारा विपक्ष के एक अल्पसंख्यक सांसद को अति अभद्र तरीके से संबोधित करना किसी आपराधिक घटना से कम नहीं है। ये भाजपा की नकारात्मक राजनीति का निकृष्टतम रूप है जिसमें अन्य भाजपाई सांसदों का हँसते हुए सम्मिलित होना दिखाता है कि ये किसी एक भाजपाई की गलती नहीं है बल्कि ये भाजपा के अधिकांश सदस्यों की निर्लज्जता का बेशर्म प्रदर्शन है।

ऐसे सासंदो पर, किसी भी प्रकार की संसदीय विशेषाधिकारों की छूट से परे, किसी एक सांसद नहीं बल्कि पूरे संसद और संविधान की मानहानि करने का मुक़दमा होना चाहिए और ताउम्र की पाबंदी भी।

मानहानि के दावे पर क्या बोले अखिलेश यादव?

मीडिया से बातचीत के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि, “दानिश अली जी पर टिप्पणी की गई है तो मानहानि का दावा अगर हो रहा है तो हमें उम्मीद है उन्हें न्याय मिलेगा। और ऐसे लोग जिनकी जुबान इतनी खराब है उनपर पूरी उम्र के लिए पाबंदी लगेगी कि चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।”