दीवाली के मौके पर लद्दाख की वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच मिठाई का आदान-प्रदान हुआ. यह कदम हाल ही में लद्दाख के डेमचोक और देपसांग क्षेत्रों में तनाव के बाद हुए सफल समझौते और सैनिकों के हटने के बाद लिया गया. PTI के अनुसार, “दीवाली पर LAC के कई सीमा बिंदुओं (चौकियों) पर भारतीय और चीनी सैनिकों ने एक-दूसरे को मिठाई बांटने की परंपरा में सहयोग का एक नया जज्बा दिखा.”
रक्षा राज्य मंत्री ने लद्दाख में सैनिकों के साथ मनाई दीवाली
रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने दीवाली के इस मौके पर लद्दाख में सैनिकों के साथ जश्न मनाया. इस दौरान उन्होंने सैनिकों के हौसले की सराहना की और सैनिकों की इस दोस्ताना पहल को एक नए सहयोग के संकेत के रूप में देखा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार (30 अक्टूबर) को असम के तेजपुर में 4 कोर मुख्यालय में सैनिकों के साथ दीवाली मनाई.
लंबी बात-चीत के बाद निकला हल
भारत और चीन के बीच पिछले कुछ हफ्तों की वार्ता के बाद 21 अक्टूबर को एक समझौता हुआ, जिसका उद्देश्य 2020 में हुए संघर्ष से जुड़ी समस्याओं का समाधान करना था. विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने दिल्ली में इस समझौते की जानकारी दी थी. इसके तहत पूर्वी लद्दाख के विवादित क्षेत्रों में गश्त और सैनिकों को हटाने पर सहमति बन सकी है.
बता दें कि दोनों देशों के संबंध 2020 में लद्दाख की वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के आक्रामक रवैये के कारण बिगड़ गए थे. जून 2020 में गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों के बलिदान के बाद दोनों देशों के रिश्ते सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए थे.
सेना सूत्र के अनुसार, अब दोनों देशों के ग्राउंड कमांडर गश्त के तौर-तरीके तय करने पर चर्चा कर रहे हैं. दीवाली पर मिठाई बांटने की यह परंपरा एक सकारात्मक संकेत हो सकता है, जो भविष्य में दोनों देशों के बीच संवाद और सहयोग की नई राहें खोल सकता है.