दिल्ली: Hindenburg ने 24 जनवरी 2023 को Adani Group को लेकर रिपोर्ट पब्लिश की थी. इसके आने के बाद निवेशकों में हड़कंप मच गया था. नाथन एंडरसन के नेतृत्व वाली रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर कर्ज और गौतम अडानी की कंपनियों (Gautam Adani Firms) के शेयरों में हेर-फेर समेत 88 गंभीर आरोप लगाए थे. लेकिन अब हिंडनबर्ग अटैक के बाद अडानी ग्रुप के शेयर रिकवर कर रहे हैं.
अडानी ग्रुप के स्टॉक्स में तेज़ी
अब अडानी ग्रुप वापसी की दिशा में तेज़ी से बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है, ब्रोकरेज भी अडानी ग्रुप के शेयरों पर बुलिश हैं और खरीदने की सिफारिश कर रहे हैं, अडानी ग्रुप का एक शेयर है- अडानी पोर्ट (Adani Ports and Special Economic Zone), इस पर ब्रोकरेज सिटी ने पहली तिमाही के अच्छे नतीजों की संभावनाओं के बीच 972 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ स्टॉक पर “बाय” रेटिंग बनाए रखी है, जो मौजूदा स्तर से लगभग 34% है, बता दें कि अडानी पोर्ट के शेयर वर्तमान में 728.30 रुपये पर है.
ब्रोकरेज ने अडानी ग्रुप को लेकर क्या कहा ?
ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक, अडानी ग्रुप का एकपोर्ट कार्गो वॉल्यूम में शानदार बढ़ोतरी और लॉजिस्टिक्स कारोबार में तेजी के कारण अडानी पोर्ट्स की पहली तिमाही में मजबूत रहने की उम्मीद है, जून तिमाही के दौरान, अडानी पोर्ट्स ने कुल कार्गो वॉल्यूम का 101.4 एमएमटी हासिल किया, जो साल-दर-साल (YoY) 11.5% की वृद्धि है.
अधिकांश बंदरगाहों और सभी तीन कारोबारी कार्गो सेगमेंट में तेजी देखी गई, जबकि कंटेनर खंड में 19% की वृद्धि हुई, लिक्विड पदार्थ और गैस में 8% की वृद्धि हुई और ड्राई बल्क में 7% की वृद्धि हुई.
कंपनी के शेयर
साल-दर-साल आधार पर अडानी पोर्ट्स के शेयरों ने बेंचमार्क से कम प्रदर्शन किया है, लेकिन हिंडनबर्ग के अटैक वाले नुकसान से उबर गए हैं, इस साल अब तक स्टॉक 12% नीचे है, पिछले साल की अवधि में इसने सपाट रिटर्न दिया है, ब्रोकरेज ने कहा कि कुल मिलाकर अडानी ग्रुप का कारोबार बढ़िया है और स्टॉक को ‘होल्ड’ करने की सिफारिश है, शेयर बाजार के एक एक अन्य एक्सपर्ट करण सर्वदे के बातचीत में बताया कि निवेशकों में घबराहट है, लेकिन ये भी सच है कि अडानी समूह का फंडामेंटल मजबूत है, अभी की गिरावट की वजह अस्थायी है.