नई दिल्ली/डेस्क: 10 अगस्त को चर्चा के दौरान कांग्रेस के सांसद अधीर रंजन चौधरी ने एक विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा, “जहां राजा अंधा, वहां द्रौपदी का चीरहरण होता है।”
उनके इस बयान के बाद संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने चौधरी को सस्पेंड करने का प्रस्ताव दिया और स्पीकर ने इसे स्वीकार कर लिया। इसके बाद कांग्रेस पार्लियामेंट्री पार्टी (CPP) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज सुबह 10:30 बजे कांग्रेस के लोकसभा सांसदों की बैठक बुलाई है, जो संसद में स्थित CPP कार्यालय में होगी।
लोकसभा में विपक्ष ने मानसून सत्र के दौरान मणिपुर में हो रही हिंसा को लेकर विरोध प्रकट किया। उन्होंने पीएम मोदी से मणिपुर पर बोलने की मांग की और इसके लिए 26 जुलाई को केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दिया, जिसे अगले दिन स्वीकृति मिली।
सदन में 2 घंटे 12 मिनट बोले पीएम
पीएम मोदी ने गुरुवार (10 अगस्त) को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर उत्तर दिया। उन्होंने 2 घंटे 12 मिनट का भाषण दिया, जिसमें वे मणिपुर पर खुलकर बोले। उन्होंने देशवासियों को आश्वस्त किया कि जो कोशिशें चल रही हैं, उनसे निकट भविष्य में शांति की उम्मीद है और मणिपुर को नए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा।
मोदी ने मणिपुर के मुद्दे ये भी कहा की, “अमित जी के विचारों को विस्तार से सुनकर देश को विपक्ष के झूठ का पता चल गया है।” उन्होंने मणिपुर में हो रहे हालात के बारे में भी बताया, और केंद्र-राज्य सरकार की एकता के साथ दोषियों को सजा दिलाने के प्रयास पर भी बात की।
पीएम के उत्तर के बाद लोकसभा स्पीकर ने विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर सदस्यों की राय ली और इसके बाद ध्वनि मत से अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
यह पीएम मोदी के खिलाफ दूसरा अविश्वास प्रस्ताव था, पहला 2018 में तेलुगु देशम पार्टी (TDP) लाई थी, जिसमें मोदी सरकार को समर्थन मिला था। अधीर रंजन चौधरी के बयान के बाद स्पीकर ने उन्हें संसद से सस्पेंड कर दिया है। वहीं, कांग्रेस ने इस कदम को अलोकतांत्रिक और अविश्वसनीय बताया।
लेखक: करन शर्मा