आखिर ज्येष्ठ महीने में क्यों मनाया जाता है बुढ़वा मंगल, पढ़ें पूरी खबर

Published

Budhwa Mangal 2024: धार्मिक मान्यता के अनुसार, मंगलवार को भगवान हनुमान की पूजा की जाती है। लेकिन सभी मंगलवारों में से सबसे ज्यादा ज्येष्ठ मास में आने वाले मंगलवार को महत्वपूर्ण माना जाता है। इन्हें बड़ा मंगल और बुढ़वा मंगल भी कहते हैं। इस तरह से इस ज्येष्ठ महीने में 4 बार बुढ़वा मंगल मनाया जाएगा। 28 मई के दिन पहला बड़ा मंगल होगा, इसके बाद यह तीन आगे मगलवार को भी मनाया जाएगा।

आखिर क्यों मनाया जाता है बुढ़वा मंगल

शास्त्रों के अनुसार ज्येष्ठ माह के मंगलवार के दिन ही प्रभु श्रीराम और हनुमान जी की पहली बार भेंट हुई थी। यही कारण है कि इस महीने में पड़ने वाले मंगलवार को बड़ा मंगल कहा जाता है। इस दिन की महिमा भी अप्रमपार है, कहा जाता है कि है कि इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से जीवन की सभी दुख-तकलीफें दूर हो जाती हैं। माना जाता है कि बड़ा मंगल को पर्व के रूप में मनाने की शुरुआत यहीं से हुई थी।

एक अन्य कथा के अनुसार कुंती के पुत्र भीम काफी पराक्रमी योद्धा थे। यही कारण था कि भीम को अपने बल और शक्ति पर बहुत घमंड हो गया था। भीम के इस घमंड को तोड़ने के लिए राम भक्त हनुमान ने बूढ़े वानर के रूप में भीम को सबक सिखाया था। उन्होंने अपने बुजुर्ग स्वरूप में भीम को परास्त कर दिया था और कहा जाता है कि वो दिन मंगलवार का ही था।

लेखक – आयुष राज

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *