हिंदू धर्म में कई प्रकार के नियम और मान्यताएं है. लोग किसी भी काम को करने से पहले कई बार सोचते हैं. हिंदू संस्कृति में प्राचीन काल से कई परंपराएं प्रचलित है. ऐसी ही एक परंपरा कद्दू से जुड़ी है. आपने कई बार देखा होगा कि महिलाएं कद्दू को नहीं काटती है. इसके पीछे भी भारतीय संस्कृति से जुड़ा कारण है. आखिर क्या कारण है कि महिलाएं कद्दू नहीं काटती है, इसी को लेकर जानेंगे आज के आर्टिकल में…
यहा कारण जानकर अगर आप भी कद्दू काटती है तो आज से नहीं काटेंगी. क्योंकि इसके पीछे का कारण पारंपरिक है. आपको बता दें कि कई महिलाएं आज भी कद्दू काटने से कतराती है. वे अपने घर में मौजूद पुरूष से ही कद्दू कटवाती है. इसके बाद ही वे सब्जी या अन्य व्यंजन बनाने के लिए इसे काम में लेती है. बता दें कि जिस तरह हमारे देश में महिलाओं के द्वारा नारियल नहीं फोड़ा जाता उसी तरह कद्दू भी नहीं काटा जाता है.
तो इसलिए नहीं काटती महिलाएं कद्दू
दरअसल हिंदू धर्म के अनुसार कद्दू को ज्येष्ठ यानी बड़ा बेटा माना जाता है. ऐसे में महिलाओं के लिए कद्दू काटना अनुचित माना जाता है. खास तौर पर छत्तीसगढ़ में आदिवासी समुदाय की महिलाएं यह परंपरा फॉलो करती है. इसलिए यहां की महिलाएं पहले पुरूष से कद्दू कटवाती है, इसके बाद वे इसके छोटे- छोटे टुकड़े कर सकती है. मान्यता यह है कि महिलाएं साबुत कद्दू नहीं काटती.
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