VK Pandian: “9 जून को भूमिपुत्र बनेंगे सीएम…” अमित शाह के ‘तमिल बाबू’ वाले बयान के बाद, वीके पांडियन ने दिया जवाब

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Odeisha Assembly Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 अपने आखिरी चरण पर है, यही कारण है कि देश में सियासत भी सूरज की तरह तप रही है। इस तपिस की एक छलक ओडिशा में जारी विधानसभा और लोकसभा चुनाव के बीच भी दिखाई दी है।

लोकसभा चुनाव के बीच प्रचार-प्रसार का दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 28 मई को ओडिशा पहुचें थे। जहां उन्होंने अपने संबोधन में ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक और उनकी पार्टी बीजू जनता दल पर कई सवाल खड़े किए थे। अमित शाह ने ओडिशा की बीजू जनता दल पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा था कि, “नवीन बाबू (ओडिशा सीएम), ओडिशा पर एक तमिल मुख्यमंत्री थोपना चाहते हैं।”

बता दें कि, गृह मंत्री ने सीधे तौर पर नवीन पटनायक के करीबी और बीजेडी नेता वीके पांडियन पर निशान साधा था। लेकिन अंतिम चरण के मतदान से पहले ही वीके पांडियन ने गृह मंत्री के इस राजनीतिक हमले को बेअसर कर दिया है।

सीएम नवीन पटनायक की ओर किया इशारा

इस पर वीके पांडियन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यह साफ कर दिया है कि, “मुझे लगता है कि 9 जून को भूमिपुत्र सत्ता संभालेंगे। वो शख्स जो न सिर्फ उड़िया बोलता है, बल्कि ओडिशा के लोगों के दिलों में रहता है। वह मुख्यमंत्री बनेगा। 9 जून को सुबह 11:30 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच धरती पुत्र मुख्यमंत्री का पद संभालेंगे।” उनका इशारा नवीन पटनायक की तरफ है।

कौन है वीके पांडियन?

विधानसभा चुनाव के बीच ओडिशा में वी के पांडियन का नाम खूब चर्चा में है। अपने संबोधन में गृह मंत्री अमित शाह वी के पांडियन को ही ‘तमिल बाबू’ कह कर संबोधित कर रहे हैं। आपको बता दें कि वी के पांडियन तमिलनाडु में जन्मे और एक आईएएस अधिकारी थे। लेकिन सिर्फ मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और बीजू जनता दल के साथ काम करने के लिए वी के ने आईएएस की नौकरी छोड़ दी। इतना ही नहीं, वी के पांडियन को सीएम पटनायक का बेहद करीबी माना जाता है और उनका नाम पार्टी के 40 स्टार कैंपेनर की लिस्ट में भी शामिल है।

2007 में हुई मुलाकात

खबरों की मानें, तो वीके पांडियन अंग्रेजी, उडिया के अलावा तमिल और हिन्दी बहुत अच्छी तरह से बोलना जानते हैं। 2007 में पांडियन को डीएम के पद पर गंजम में नियुक्त किया गया। बता दें कि गंजम ही सीएम पटनायक का गृह नगर है। यहां वीके अपने शानदार कार्यशैली और कई अच्छे फैसलों की वजह से सीएम पटनायक के नज़र में आए। इतना ही नहीं, यहीं से वीके सीएम पटनायक के विश्वासपात्र नौकरशाहों में शामिल हो गए। बस इसके ही बाद से पांडियन को 2011 में सीधे सीएम के मुख्यमंत्री कार्यालय में पोस्टिंग हुई, जिसके बाद से ही वीके सीएम पटनायक के करीबी और निजी सचिव बन गए।