नई दिल्ली। न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के आखिरी मुकाबले में भारतीय टीम को मिली 25 रनों से हार के साथ टीम ने सीरीज 0-3 से गंवा दी. वानखेड़े स्टेडियम की मुश्किल पिच पर 147 रनों का पीछा कर रही भारतीय टीम को ब्लैक कैप्स ने तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन 121 रनों पर समेट दिया. भारत के इस हार में जीत के हिरो न्यूजीलैंड के स्पिनर एजाज पटेल रहे तो भारत के जीत के लिए ऋषभ पंत ने 64 रनों की पारी खेल अंत तक संघर्ष किया. एजाज ने मुकाबले में कुल 11 विकेट झटके.
इस हार से जहां एक तरफ टीम को पहली बार अपनी सरजमी पर पहली सीरीज में शिकस्त मिली है. वहीं भारतीय टीम को वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (World Test Championship) की अंकतालिका में भी नुकसान हुआ है.
WTC में बढ़ी टीम इंडिया की मुश्किलें
न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज भारत के लिए आंकड़ों के हिसाब से कई मायनों में नुकसानदायक रहा. सीरीज के पहले मुकाबले में मिली हार के साथ ही World Test Championship की अंकतालिका में भारत लुढ़कता रहा और आखिरी मैच में मिली हार के बाद भारतीय टीम दूसरे स्थान पर फिसल गई. तीसरे मुकाबले से पहले टीम का अंक प्रतिशत 62.82 था, जो अब 58.33 हो गया है. भारत के अंक प्रतिशत में हुई कमी का फायदा ऑस्ट्रेलिया को हुआ है. भारत से पहले अब ऑस्ट्रेलियाई टीम तालिका में पहले स्थान पर आ गई है.
World Test Championship में छिना ताज
फिलहाल भारत के 14 मैचों में 8 जीत, 5 हार और 1 ड्रॉ से 98 अंक हैं और उसका अंक प्रतिशत 58.33 है. फाइनल से पहले टीम को अभी पांच टेस्ट मैच और खेलने है. भारतीय टीम ये सभी मुकाबले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में ही खेलेगा. फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को ऑस्ट्रेलियाई मैदान में होने वाले इन 5 मुकाबले में चार जीत और एक मुकाबले को ड्रॉ करना होगा. अगर ऐसा नहीं होता है तो फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को दूसरी टीमों के नतीजों पर निर्भर रहना होगा. इससे फाइनल का समीकरण भारत के लिए मुश्किल हो गया है.
WTC में फाइनल का समीकरण
फाइनल में पहुंचने के लिए भारत और दूसरी टीमों के लिए समीकरण निम्न है. टीम अपने भरोसे पर WTC में फाइनल खेलना चाहती है तो उसे
- ऑस्ट्रेलिया- सात में से 5 जीत
- भारत- पांच में चार जीत और एक ड्रॉ
- श्रीलंका- चार में से चार जीत
- न्यूजीलैंड- 3 में से 3 जीत
- साउथ अफ्रीका- 4 में से 4 जीत
अगर इस समीकरण का ख्याल नहीं रखा जाता है तो फाइनल में पहुंचने के लिए भारत और दूसरी टीमों को दूसरे टीमों के नतीजों पर निर्भर होना होगा.