त्रासदी के बाद कुल्लू मनाली की बसों में 60 से 70 प्रतिशत सवारियां हुई कम

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मंडी/हिमाचल प्रदेश: पर्यटन नगरी मनाली इन दिनों पर्यटकों से गुलजार हुआ करती थी लेकिन बीती 9 जुलाई को भारी बारिश के कारण आए महा जल प्रलय ने पर्यटन नगरी मनाली की तस्वीर बदल कर रख दी है।

इस महा जल प्रलय के कारण हिमाचल में टूरिस्ट न पहुंचने से जहां मंडी से लेकर मनाली तक के होटल कारोबारियों को नुकसान झेलना पड रहा है वहीं मंडी से कुल्लू मनाली रूट पर बसें चलाने वाले निजी बस ऑपरेटरों के लिए भी मंदी का दौर शुरू हो गया है।

बस ऑपरेटरों के लिए मंदी का दौर

बता दें कि हिमाचल में भारी बारिश के चलते आई आपदा से कीरतपुर-मनाली फोरलेन, चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाइवे सहित सैंकड़ों सड़के जगह जगह से प्रभावित हुई है। जिसका सीधा असर अब होटल व्यावसायियों व बस ओपरेटरो पर पड़ रहा है।

निजी बस ओपरेटरों की कभी फुल होकर कुल्लू-मनाली जाने वाली बसों में आज इक्का दूक्का सवारियां ही सफर कर रही है। इस त्रासदी के बाद इन बसों में 60 से 70 प्रतिशत सवारियों कम हो गई है।

बसों में सवारियां हुई बेहद कम

मंडी से प्राइवेट ऑपरेटरों की 120 के करीब बसे है जो मंडी से कुल्लू रूट चलती है लेकिन इन दिनों 30 से 40 बसे ही इस रूट पर जा रही है। ऑपरेटरों का कहना है कि इन बसों को भी सवारियां नहीं मिल रही है।

जिस कारण उन्हें यह बसे भी घाटे पर चलानी पड रही है। इनका कहना है कि जहां पहले रोजाना प्रत्येेक बस का 4 हजार का काउंटर होता था, आज वही 1 हजार रह गया है। जिससे उनके डीजल के भी पैसे पुरे नहीं हो रहे है।

रिपोर्ट- नितेश सैनी

मंडी, हिमाचल प्रदेश