कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट विवाद पर अखिलेश यादव ने साधा भाजपा पर निशाना, किया ट्वीट

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सपा प्रमुख अखिलेश यादव
सपा प्रमुख अखिलेश यादव

Akhilesh Yadav On Covid Vaccination Certificate: कोविशील्ड वैक्सीन के विवाद को लेकर विपक्ष की सभी पार्टियां भाजपा पर हमला कर रही हैं। विपक्ष का कहना है कि कोविशील्ड वैक्सीन के विवाद के बाद ही केंद्र सरकार द्वारा जारी किए जाने वाले सर्टिफिकेट से पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीर हटाई गई है। लेकिन स्वास्थ्य मंत्रायल की ओर से साफ कहा गया है कि आचार संहिता के वजह से पीएम मोदी की तस्वीर कोविड वैक्सीन के सर्टिफिकेट से हटाई गई है।

बता दें कि अब इस मामले में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। सपा मुखिया ने इसे एक तरह का बहाना बताते हुए भाजपा पर निशाना साधा है।

समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि,” सुनने में आया है कि कोरोना वैक्सीन लगवानेवाली देश की 80 करोड़ जनता का विरोध-क्रोध बढ़ते देखकर अब कोविड वैक्सीन के सर्टिफिकेट से बहुचर्चित तस्वीर हटा दी गयी है और भाजपा की तरफ़ से बहाना ये बनाया जा रहा है कि ‘चुनाव की आचार संहिता’ का पालन करने के लिए भाजपा सरकार ने ऐसा किया है। इस एक और झूठ पर देश की आम जनता अब तो और भी ग़ुस्से में आकर पूछ रही है कि अगर यही बात है तो क्या उप्र के 2022 के विधानसभा से लेकर अभी तक जो भी चुनाव हुए हैं क्या उनमें भी तस्वीर हटायी गयी थी।”

अखिलेश यादव ने आगे लिखा कि, “भाजपा एक झूठ को छिपाने के लिए अनेक झूठ बोल रही है, इससे भाजपा का विरोध करनेवालों की संख्या और भी बढ़ती जा रही है। लोग कह रहे हैं कि जनाक्रोश के डर से आगामी चरणों के चुनाव में बूथ पर भाजपा का बस्ता लगानेवाले भी नहीं मिलेंगे। भाजपा के पन्ना प्रमुख दरअसल ‘पर-मुख’ हो गये हैं मतलब भाजपा से मुँह मोड़कर घर बैठ गये हैं। जनता तो वैक्सीन के धोखे का हिसाब माँगेंगी ही और भाजपाइयों को कमीशन का पैसा चुनावी चंदे के रूप में लेकर लोगों के जीवन को ख़तरे में डालने का जवाब भी देना ही होगा। कहीं ऐसा न हो कि विरोध इतना बढ़ जाए कि चुनाव हारने से पहले ही भाजपा की चुनावी होर्डिंग्स से भी इकलौता चेहरा गायब हो जाए।”

लेखक : रंजना कुमारी