नई दिल्ली/डेस्क: राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुए अभी 2 महीने ही हुए हैं और हर कोई अपने आराध्य का दर्शन करना चाहता है. ऐसे में कुछ लोग इसका लाभ उठाने के लिए सक्रिय हो गए हैं. इसमें कुछ मंदिरों से जुड़े लोग और ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों का नाम भी सामने आ रहा है. इस मामले ने उस समय तूल पकड़ लिया जब राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के जानने वाले एनआरआई व्यक्ति ने उनसे 2000 रुपए लेकर दर्शन करने की बात उनसे कही. इसके बाद मामले को लेकर एसएसपी राजकरण नैयर के निगरानी में एक जांच शुरू हो गई है.
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में सुगम दर्शन की अभिलाषा रखने वाले राम भक्तों के अयोध्या में ऐसे लोगों के जाल में फसने की घटनाएं इन दिनों आम है जो सुगम दर्शन के नाम पर श्रद्धालुओं से मोटा पैसा वसूल रहे है.
ऐसा ही एक मामला उस समय आया जब विदेश में रहने वाले एक व्यक्ति ने राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के पास जाकर कहा कि वह ₹2000 देकर दर्शन करके आया है. यह व्यक्ति पहले से चंपत राय को जानता था इसलिए जब उसने पैसे देकर दर्शन की बात कही तो राम मंदिर ट्रस्ट हरकत में आ गया.
विदेशी भक्तों से भी ₹2000 लेकर कराया गया दर्शन
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने रामभक्तों से अपील करते हुए कहा कि सुगम दर्शन व वीआईपी दर्शन, दोनों ही प्रकार के दर्शनों से लोग अपने आपको बचाएं. सुगम दर्शन या वीआईपी दर्शन के नाम पर अयोध्या में अनेक लोगों ने कुछ गैरकानूनी काम करने शुरू कर दिए हैं. चंपत राय ने यह भी स्वीकार किया, ‘एक मेरे जानने वाले विदेशी नागरिक ने 2 हजार रुपए देकर रामलला के दर्शन किए. अयोध्या में किसी भी मंदिर में कभी भी पैसा लेकर दर्शन करने की कोई परंपरा नहीं रही है.
लेखक: इमरान अंसारी