मंडला/मध्य प्रदेश: एक ओर देखें तो भारत कितनी तेजी से विकसित हो रहा है। वहीं, दूसरी ओर लोग सड़क जैसी मूलभूत सुविधा नहीं मिलने से परेशान हैं। लेकिन, खूबसूरत बात यही है कि भारत में लोकतंत्र हैं, यहां लोग अपनी मर्जी तंत्र तय करते हैं। जैसा मंडला में हुआ वो एक उदाहरण है।
मंडला के मरार टोला के ग्रामीण कई सालों से रोड की समस्या से जूझ रहे हैं। अपनी समस्या बताने ग्रामीण जनसुनवाई पहुंचे। ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव की रोड अगर नहीं बनी तो वे आने वाले चुनाव का बहिष्कार करेंगे और मतदान नहीं करेंगे।
माधोपुर ग्राम पंचायत के मरार टोला के सेंकड़ों लोग जनसुनवाई के लिए पहुंचे। उनका कहना है, सालों से उन्होंने सड़क नही देखी। सड़क ना होने की वजह से बच्चे पढ़ नही पा रहे हैं।
वहीं, कुछ बच्चे जो पढ़ते है वे उस रास्ते मे चलते वक्त चोटिल हो जाते है। गांव वालों का कहना है कि गांव में सड़क न होने से बीमार व्यक्ति को कंधे में टांग कर अस्पताल ले जाया जाता है, क्योंकि, एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंचती है। कभी कभी मरीज को अस्पताल ले जाते वक्त उसकी मौत हो जाती है।
ग्रामीणों ने स्थानीय जनप्रतिनिधि प्रशासन को पहले भी जानकारी दी। लेकिन, किसी ने भी ध्यान नहीं दिया। चुनाव के बाद रोड बना देने की बात की जाती है लेकिन रोड नहीं बनती। ग्रामीणों ने अब पूरा मन बना लिया है की अगर रोड नही बनी तो वोट नही करेंगे। आज जनसुनवाई मे सेंकड़ों महिला पुरुष सभी शामिल हुए।
रिपोर्ट: टीकाराम चौधरी
लेखक: रोहन मिश्रा