नई दिल्ली: दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी मामले में अमेरिका की टिप्पणी को लेकर भारत के विदेश मंत्रालय ने कड़ी आपत्ति जताने के साथ ही बुधवार (28 मार्च) को एक वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक को तलब किया। समन के कुछ घंटों बाद ही अमेरिका ने फिर दोहराया कि वह इन कार्रवाइयों पर बारीकी से नजर रख रहा है और निष्पक्ष, पारदर्शी, समयबद्ध कानूनी प्रक्रियाओं को प्रोत्साहित करता है।
न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने अमेरिका को एक बार फिर जवाब दिया है।
बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी और कांग्रेस के बैंक खातों को जब्त करने पर टिप्पणी को लेकर भारत द्वारा अमेरिकी राजनयिक को समन भेजने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा, ”कल भारत ने अमेरिकी दूतावास के वरिष्ठ अधिकारी के समक्ष अमेरिकी विदेश विभाग की टिप्पणियों के संबंध में अपनी कड़ी आपत्ति और विरोध दर्ज कराया।
विदेश विभाग की हालिया टिप्पणियां अनुचित हैं। हमारी चुनावी और कानूनी प्रक्रियाओं पर ऐसा कोई भी बाहरी आरोप पूरी तरह से अस्वीकार्य है। भारत में कानूनी प्रक्रियाएं कानून के शासन से ही संचालित होती हैं। जिस किसी का भी लोकाचार समान है, विशेषकर साथी लोकतंत्रों को, इस तथ्य की सराहना करने में कोई कठिनाई नहीं होनी चाहिए। भारत को अपनी स्वतंत्र और मजबूत लोकतांत्रिक संस्थाओं पर गर्व है। हम उन्हें किसी भी प्रकार के अनुचित बाहरी प्रभाव से बचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आपसी सम्मान और समझ अंतरराष्ट्रीय संबंधों की नींव बनाती है, और राज्यों से दूसरों की संप्रभुता और आंतरिक मामलों का सम्मान करने की अपेक्षा की जाती है…”