नई दिल्ली/डेस्क: अमेरिकी विदेश विभाग ने बुधवार को रूस और उत्तर कोरिया को चेतावनी दे कहा अगर ये दोनों देश किसी नए हथियार के सौदे की ओर बढ़ते हैं, तो उन पर और अधिक प्रतिबंध लगाए जाएंगे, और बाइडेन प्रशासन इसमें कोई हिचकिचाहट नहीं दिखाएगा। इस चर्चा में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने एक बैठक की जो रूस के वोस्तोचन कॉस्मोड्रोम में हुई।
विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने इस विषय में एक ब्रीफिंग में कहा कि उत्तर कोरिया और रूस के बीच हथियारों की व्यापारिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने के लिए पहले ही कई कदम उठाए गए हैं, और यदि आवश्यक हुआ, तो वे इसमें और कदम उठाने में किसी भी तरह का हिचकिचाहट नहीं दिखाएंगे।
मिलर ने यह भी बताया कि रूस और उत्तर कोरिया के बीच हो रहे सहयोग के चलते सैन्य हस्तांतरण में वृद्धि हो रही है, तो यह काफी चिंताजनक हो सकता है। इससे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के कई प्रस्तावों का उल्लंघन हो सकता है।
नॉर्थ कोरिया के नेता किम जोंग उन ने बुधवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बैठक में पूर्ण समर्थन देने का इरादा जताया।
इन दोनों नेताओं ने एक शिखर बैठक की जिससे जुड़कर अमेरिका ने यह चेतावनी दी कि यह समझौता यूक्रेन में मास्को के युद्ध के लिए गोला-बारूद की आपूर्ति के लिए एक संकेत हो सकता है। यह बैठक एक साइबेरियाई रॉकेट प्रक्षेपण केंद्र में हुई और लगभग चार घंटे तक चली। इससे व्यक्त होता है कि पश्चिमी देशों द्वारा अलग-थलग किए गए इन दोनों नेताओं के बीच के समर्थन और इन्ट्रेस्ट किस तरह एक ही दिशा में आगे बढ़ रहे है।
लेखक: करन शर्मा