कांग्रेस के पूर्वजों ने पिछड़ों और दलितों के आरक्षण के खिलाफ साजिश रची: अनुराग ठाकुर

Published

नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री व हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने कांग्रेस पार्टी और उनके पूर्वजों पर पिछड़ों और दलितों के आरक्षण के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा से दलितों और पिछड़े वर्गों को समाज की मुख्यधारा से बाहर रखने के लिए तमाम तरह के हथकंडे अपनाए हैं।

अनुराग ठाकुर ने अपने भाषण में कहा, “कुछ लोगों के मेरे भाषण से उनके ‘सेंस ऑफ इनटाइटिलमेंट’ को गहरी चोट लगी, जिसका असर हुआ कि कांग्रेस के पूरे इको सिस्टम ने चीखपुकार मचाना शुरू कर दिया है। इन्हें लगता है कि सवाल पूछने का हक सिर्फ इन्हें है क्योंकि ये प्रिविलेज हैं। यह वही लोग हैं जिनके पूर्वज देश के पिछड़ों, दलितों और वंचितों को बुद्धू कहा करते थे।”

उन्होंने आगे कहा, “पिछड़ों को बुद्धू कांग्रेस के तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी जी ने सार्वजनिक रूप से कहा था। श्री राहुल गांधी जी और पूरी कांग्रेस जमात पढ़ ले कि स्वर्गीय राजीव गांधी ने कहा था कि वह आरक्षण के नाम पर बुद्धओं को बढ़ावा नहीं देंगे।”

अनुराग ठाकुर ने 3 मार्च 1985 को “नवभारत टाइम्स” के लखनऊ एडिशन में प्रकाशित आलेख का उल्लेख करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी की मान्यता थी कि संविधान बनाते समय पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षण की जो व्यवस्था की गई, पिछले वर्षों के दौरान उसका बहुत राजनीतिकरण हो गया है। इसलिए अब समय आ गया है कि इन सारे प्रावधानों पर नए सिरे से विचार किया जाए।”

उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “क्या कांग्रेस राजीव गांधी द्वारा दिए गए एक अति घृणित जातिवादी बयान की सार्वजनिक निंदा करेगी? क्या उस बयान के खिलाफ कोई रेसोल्यूशन पास किया जाएगा?”

अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा, “1947 से लेकर आज तक कांग्रेस ने अपने वैचारिक दरबारियों के साथ मिलकर दलित और वंचित समाज को समाज की मुख्यधारा से बाहर रखने के लिए तमाम तरह के हथकंडे अपनाए। जब जवाहरलाल नेहरू जी से पूछा गया कि दलितों और आदिवासियों को आरक्षण क्यों नहीं दिया जा रहा तो उन्होंने बहाना बनाया कि उन्हें आरक्षण देने से उनके मन में हीन भावना घर कर जाएगी।”

उन्होंने कहा, “इंदिरा गांधी जी की भी यही नीति रही। बाबू बिंदेश्वरी प्रसाद मंडल, जिन्होंने मंडल आयोग की रिपोर्ट तैयार की थी, वह इस रिपोर्ट के इम्प्लीमेंटेशन की राह ताकते रह गए और स्वर्गवासी हो गए, मगर इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने इसे लागू नहीं होने दिया।”

अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, “पूरे देश के पिछड़ा, दलित, आदिवासी समाज को राहुल गांधी के इरादों पर शंका है, क्योंकि वह उसी परिवार से हैं, उसी पार्टी के सर्वेसर्वा हैं जिसने आज तक सारी मर्यादाओं को तोड़कर आरक्षण का विरोध किया। सामंती जब समाजवादी बनने का ढोंग करते हैं तो बड़े खतरनाक होते हैं। कांग्रेस ने मोदी के बहाने पिछड़ा वर्ग को गालियां दीं, एक पिछड़े की इतनी हिम्मत की वह देश का प्रधानमंत्री बन जाए।”

उन्होंने अंत में कहा, “राहुल गांधी ने लश्कर-ए-कांग्रेस को मोदीजी के खिलाफ खुला छोड़ दिया था। भरे चौराहे पर खड़े होकर, चिल्ला-चिल्ला कर जाति पूछते थे। इज्जत तो सिर्फ इनकी है, बाकी तो इनसे अपमान झेलने के लिए बने हैं।”