Animal Review: जानवर के रूप में दिखेंगे रणबीर कपूर, सीटियां बजाने पर मजबूर हो जाएंगे आप!

Published
Image Source: T-Series

नई दिल्ली/डेस्क: एनमिल फिल्म का ट्रेलर आने के बाद सारा माहौल गरमा गरम हो गया है कि भाई, यह फिल्म खूब हलचल मचाएगी। डायरेक्टर ने पहले ही बता दिया है कि यह सबसे हिंसक फिल्म होगी और इसमें बहुत सा खून बहेगा। ट्रेलर में बॉबी देओल का आखिरी सीन देखकर तो धमाल ही मच जाता है, लेकिन अगर आप बॉबी देओल के लिए इस फिल्म को देखना चाहते है तो आपको निराशा हाथ लग सकती ही। ऐसा क्यों? ये जानने के लिए, इसका रिव्यू ध्यान से पढ़ें।

कहानी:

यह कहानी रणबीर कपूर की है जो अपने पापा अनिल कपूर से बहुत प्यार करते हैं, लेकिन पापा रणबीर से उतना प्यार नहीं करते। पापा पर हुए हमले के बाद रणबीर का लक्ष्य है उस कातिल को ढूंढ़ना और यही से कहानी आगे बढ़ाती है। कहानी शुरू में सिम्पल लगती है, लेकिन जैसे जैसे फिल्म आगे बढ़ती है वैसे वैसे इसमें कई ट्विस्ट और टर्न हैं जो इसे और मजेदार बनाते हैं, जिसे देखने के लिए आपको थिएटर में जाना होगा।

कैसी है फिल्म:

यह एक मसाला एंटरटेनर है जिसमें सीटी-ताली वाले सीन हैं। फिल्म में कई मजेदार सीन हैं और शुरुआत थोड़ी स्लो है लेकिन फिर बवाल पेस पकड़ती है। फर्स्ट हाफ में एक के बाद एक कमाल के सीन आते हैं। इनमें आपको लॉजिक नहीं मिलेगा, और मसाला एंटरटेनर में इस ढूंढ़ना भी नहीं चाहिए, बल्कि मजा लेना चाहिए। सेकेंड हाफ में फिर से फिल्म थोड़ी स्लो हो जाती है, लेकिन बॉबी देओल की एंट्री से फिर मजा आता है। फिल्म में परिवार वाले एंगल को बड़े इमोशनल तरीके से दिखाया गया है। कुछ ऐसे डायलॉग हैं जो महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक हैं और उनपर बवाल भी हो सकता है, लेकिन फिल्ममेकर अक्सर सिनेमैटिक लिबर्टी के नाम पर ऐसा करते हैं।

एक्टिंग:

रणबीर ने फिल्म में बहुत ही अच्छा काम किया है और उनका लुक भी शानदार है। उन्होंने एक्शन और इमोशनल सीन्स में बहुत ही बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इससे वे बॉलीवुड के नए पापा बन गए हैं और उनका यह काम उनके करियर के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। बॉबी देओल ने भी कमाल का काम किया है, हालांकि उनके सीन कम हैं, लेकिन वे जब भी आते हैं, धमाल मचा देते हैं। रश्मिका मंदाना का काम भी बहुत अच्छा है और उनका किरदार भी अच्छे से डेवलप किया गया है। अनिल कपूर भी पापा के किरदार में अच्छे लग रहे हैं। बाकी के कलाकारों ने भी अच्छा काम किया है।

डायरेक्शन:

संदीप वांगा रेड्डी ने फिल्म को अच्छे से डायरेक्ट किया है और 3 घंटे 21 मिनट की फिल्म को एंटरटेनिंग बनाए रखना आसान काम नहीं है, लेकिन उन्होंने यह काम शानदार तरीके से किया है।

म्यूजिक:

फिल्म का संगीत बहुत अच्छा है और गाने मस्ती से भरे हैं। फिल्म के गाने सुनकर मजा आता है और वे फिल्म को और भी रूमांचित बनाते हैं।

निष्कर्ष:

कुल मिलाकर, यह एक एंटरटेनिंग फिल्म है जिसमें खूब हंगामा है। यदि आपको ज़्यादा खून और एक्शन से दिक्कत नहीं है तो इसे देखें, यह आपको मनोरंजन करेगी।

लेखक: करन शर्मा