पाकिस्तान से लौटी अंजू के गले पर चोट के निशान, पुछे जाने पर कही ये बात!

Published

नई दिल्ली: पाकिस्तान गईं अंजू भारत लौट आई हैं। करीब छह महीने बाद अंजू वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत आई हैं। इस बीच अंजू के अचानक भारत पहुंचने को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। हालांकि, अंजू ने कहा कि वह अपने बच्चों से मिलने के लिए भारत आई हैं। बच्चों से मिलने के बाद ही वह तय करेंगी कि उन्हें पाकिस्तान में रहना है या भारत में। लेकिन मिली जानकारी के अनुसार, अंजू के बच्चों ने उससे मिलने से इंकार कर दिया है।

अंजू की गर्दन पर निशान देखकर जब मीडिया ने पूछा, “क्या तुम्हें पाकिस्तान में पीटा गया था?” इस पर अंजू ने अपना गला छुपाते हुए कहा कि ये चोट के निशान नहीं, बल्कि उसके गले के हार के निशान हैं। उन्होंने आगे कहा, ”मैंने बच्चों को बहुत मिस किया. हम बातें तो करते थे, लेकिन मैं बच्चों के बिना नहीं रह सकती।” अंजू के मुताबिक जांच एजेंसियों ने उनसे आधे घंटे तक पूछताछ की।

झगड़े पर अंजू का जबाव?

मीडियो से बात करते हुए अंजू ने कहा कि उन्हें पाकिस्तान में कभी नहीं पीटा गया। उसने झिझकते हुए कहा, “पाकिस्तान में मेरा बहुत आतिथ्य सत्कार हुआ। पहले दिन से जब मैं पाकिस्तान गया और जब तक मैं भारत वापस नहीं आया, वहां के लोगों ने मेरे साथ अच्छा व्यवहार किया।

6 महीने पहले भारत छोड़ अंजू बनी थी फातिमा

अंजू ने बताया कि वह अपने टूरिस्ट वीजा पर 1 महीने के लिए पाकिस्तान गई थी और फिर इसे बढ़वा लिया। गौरतलब है कि अंजू जुलाई में अपने फेसबुक मित्र नसरुल्लाह से मिलने पाकिस्तान गई थी। बाद में बताया गया कि उसने इस्लाम धर्म अपना लिया है और नसरुल्लाह से शादी कर ली है और अपना नाम बदलकर फातिमा रख लिया है।

इसके बाद नसरुल्लाह ने कहा था कि अंजू मानसिक रूप से बीमार है और अपने बच्चों को बहुत याद करती है। अंजू मूल रूप से उत्तर प्रदेश के कैलोर गांव की रहने वाली हैं। पाकिस्तान जाने से पहले वह राजस्थान के भिवाड़ी में रहती थीं।