नई दिल्ली/डेस्क: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी से राजनीतिक गलियारों में आरोप-प्रत्यारोप के साथ ही सरगर्मी भी बढ़ गई है. केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद कल देशभर में हिंसक प्रदर्शन हुए, वहीं शनिवार को आप की वरिष्ठ नेता आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ईडी को चुनौती भी दे दी कि क्या अब ईडी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी गिरफ्तार करेगी. जानिए आतिशी ने क्यों दी इतनी बड़ी चुनौती.
आतिशी सिंह ने उठाए सवाल
आप नेता आतिशी सिंह ने कहा, “शरद चंद्र रेड्डी के बयान पर, जिनके बयान पर ईडी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया है, यह वही व्यक्ति हैं जिन्हें ईडी ने उत्पाद नीति के तहत गिरफ्तार किया था।”
शरद चंद्र रेड्डी को 9 नवंबर 2022 को पूछताछ के लिए बुलाया गया था और शरद चंद्र रेड्डी ने स्पष्ट रूप से कहा था कि मैं अरविंद केजरीवाल जी से कभी नहीं मिला, मैंने उनसे बात नहीं की, मेरा आम आदमी पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है और अगले दिन उन्हें तुरंत ईडी ने गिरफ्तार कर लिया। कई महीनों तक जेल में रहने के बाद शरद चंद्र रेड्डी जी ने अपना बयान बदल दिया. जैसे ही शरद रेड्डी ने अपना बयान बदला, उन्हें पीठ दर्द के कारण ईडी से जमानत भी मिल गई.
दिल्ली शराब नीति घोटाले में आरोपी शरत चंद्र रेड्डी की कंपनियों ने बीजेपी को 55 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड दिए हैं और सबसे हैरानी की बात यह है कि गिरफ्तारी के बाद भी करोड़ों रुपये के चुनावी बॉन्ड दिए गए हैं, शरत रेड्डी की कंपनी अरबिंदो फार्मा , एपीएल हेल्थ केयर ने चुनावी चंदा चुनावी बांड के रूप में बीजेपी के बैंक खाते में जमा कर दिया है.
इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि यह वह मनी ट्रेल है जिसे ईडी पिछले दो साल से शराब घोटाले में तलाश रही है. इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि शराब कारोबारियों ने पैसा किसे दिया, पैसा कहां गया और पैसा कब गया. ये सारा पैसा बीजेपी के खाते में गया है.