नई दिल्ली/डेस्क: मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है. देशभर की निगाहें हिंदी पट्टी वाले तीन राज्य मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनाव पर हैं.
राजस्थान में विधानसभा की कुल 200 सीटें हैं. साल 2018 में कांग्रेस 100 सीटें जीती थी और बीजेपी को 73 सीटें मिली थीं. मौजूदा समय में कांग्रेस के 108 और बीजेपी के 70 विधायक हैं.
इस तरह से दोनों के वोट प्रतिशत में बहुत ज्यादा अंतर नहीं था, लेकिन सीटों में बहुत बड़ा फर्क सामने गया था. राजस्थान के चुनावी रण में मुख्य रूप में कांग्रेस और बीजेपी के बीच मुकाबाल है. राजस्थान में साढ़े तीन दशक से सत्ता परिवर्तन का ट्रेंड चल रहा है. यानि हर पांच साल पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच सत्ता बदलती रही है. ऐसे में बीजेपी को अपनी वापसी की पूरी उम्मीदें दिख रही है.
बात अगर मध्य प्रदेश की करें, तो प्रदेश में कुल 230 विधानसभा सीटें हैं. साल 2018 के चुनाव में कांग्रेस 114 सीटें तो बीजेपी 109 सीटें जीत सकी थी. लेकिन 15 महीने के बाद ही ही गिर गई थी.
सिंधिया ने अपने समर्थक विधायकों के साथ 2020 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में एक बार फिर से बीजेपी सरकार बनाने में सफल रही थी. मौजूदा समय में बीजेपी के 128, कांग्रेस के 98, बसपा के एक और तीन निर्दलीय विधायक हैं.
अब बात करते है छत्तीसगढ़ की, तो छत्तीसगढ़ में कुल 90 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से 51 सीटें सामान्य, 10 सीटें अनुनसूचित जाति और 29 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 68 सीटें जीती थी, जबकि बीजेपी 15 सीटों पर सिमट गई थी.
लेखक: इमरान अंसारी