फूट-फूट कर रोने लगे आजम खां, पत्नी और बेटा भी रोने लगे

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नई दिल्ली/डेस्क: पूर्व मंत्री और सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां के ठिकानों पर आयकर विभाग के छापे के बाद बड़ा खुलासा हुआ है। जांच के मुताबिक, आजम खां ने जौहर ट्रस्ट के माध्यम से करीब 800 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की है।

रामपुर में जौहर ट्रस्ट द्वारा मौलाना अली जौहर विश्वविद्यालय के निर्माण में करोड़ों रुपये की अनियमितताएं करके यह टैक्स चोरी किया गया है। आयकर विभाग ने जब विश्वविद्यालय के भवनों की मूल्यांकन किया, तो इसकी लागत एक हजार करोड़ रुपये से अधिक मिली।

इसके अलावा, आयकर विभाग ने जौहर ट्रस्ट के कुछ पदाधिकारियों के ठिकानों से करीब दो करोड़ रुपये नकद बरामद किया है, और कुछ सोने के जेवरात भी मिले हैं, जिनका मूल्यांकन कराकर वापस दिया गया है।

40 में से दो इमारतें मिली सही

सूत्रों के मुताबिक, आजम खां ने जौहर विश्वविद्यालय के निर्माण में 40 करोड़ रुपये के खर्च का दावा किया, लेकिन जांच में गलत पाया गया है। विश्वविद्यालय के भवनों की मूल्यांकन करने पर, उनकी लागत एक हजार करोड़ रुपये से अधिक मिली। हालांकि, इसमें भूमि की खरीद को शामिल नहीं किया गया है।

भूमि खरीद की जांच के बाद, टैक्स चोरी का आंकड़ा बढ़ सकता है। वहीं, आजम खां और ट्रस्ट के पदाधिकारी निर्माण कार्य में हुए खर्च का ब्योरा प्रस्तुत नहीं कर सके। जिन सप्लायरों और ठेकेदारों को बिना टीडीएस काटे भुगतान किया गया, उनके नाम तक नहीं बताए गए है।

शुक्रवार को कुछ ठिकानों को छोड़कर आयकर विभाग के छापों की कार्रवाई तकरीबन समाप्त हो गई है। सभी ठिकानों से मिले दस्तावेजों को लखनऊ लाया जा रहा है, जहां विश्लेषण करने के बाद संबंधित लोगों से पूछताछ की जाएगी।

जौहर विश्वविद्यालय की जांच में पता चला कि पूरे परिसर में 40 इमारतें बनाई गईं, जिनमें से केवल दो मिलीं, और शेष इमारतों के खर्च का कोई विवरण नहीं है।

फूट-फूट कर रोने लगे आजम खां

इसके साथ ही, जौहर विश्वविद्यालय के निर्माण से पहले पीडब्ल्यूडी का गेस्ट हाउस, सड़क और 32 केवीए का सब स्टेशन बनाया गया था, लेकिन फिर आजम खां ने सरकारी जमीनों पर कब्जा करके विश्वविद्यालय की बाउंड्रीवाल बनवाई, जिसमें तीन सरकारी इमारतों को शामिल कर लिया गया।

विश्वविद्यालय परिसर में सरकारी खर्च पर हुए निर्माण के संबंध में और जानकारी के लिए, आयकर विभाग की टीम ने पीडब्ल्यूडी के दफ्तर पर दस्तावेजों की जांच की। दरअसल, जांच में पता चला है कि विश्वविद्यालय की तमाम इमारतों में अलग-अलग सरकारी विभागों ने अपना बजट खर्च किया था, जो कि नियमों के खिलाफ है।

इस घड़दड़ में, आयकर विभाग की सख्ती के बाद, आजम खां फूट-फूट कर रोने लगे। उन्होंने कहा कि वह तो फकीर हैं और उनका काम शिक्षा देने का है, उनकी ये हालत देख, उनकी पत्नी और बेटा दोनों रोने लगे।

लेखक: करन शर्मा