Sheikh Hasina: बांग्लादेश में सत्तापरिवर्तन के बाद से फरार चल रही देश की पूर्व पीएम शेख हसीना की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. न्यूज एजेंसी एएफपी ने बताया कि बांग्लादेश की एक अदालत ने गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया, जिन्हें अगस्त में बांग्लादेश में राष्ट्रव्यापी छात्र विरोध के बाद सत्ता से हटा दिया गया था.
18 नवंबर को कोर्ट में पेश होने का दिया आदेश
बांग्लादेश के अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण के मुख्य अभियोजक मोहम्मद ताजुल इस्लाम ने कहा, “अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को गिरफ्तार करने और उन्हें 18 नवंबर को अदालत में पेश होने का आदेश दिया है.”
पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) भारत भाग गईं और बांग्लादेश से भागने के बाद से उन्हें सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया. उनका अंतिम आधिकारिक ठिकाना भारत की राजधानी नई दिल्ली के पास एक सैन्य एयरबेस पर था.
यह भी पढ़ें: गुरपतवंत पन्नू की हत्या के प्रयास मामले में बैकफुट पर अमेरिका, भारत के प्रयासों पर जताई खुशी
शेख हसीना पर लगे हैं ये आरोप
समाचार एजेंसी के अनुसार, मानवता के खिलाफ अपराधों के आरोप में हसीना (Sheikh Hasina) के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था. हसीना के 15 साल के शासन के दौरान, उनके राजनीतिक विरोधियों की सामूहिक हिरासत और न्यायेतर हत्याओं सहित व्यापक मानवाधिकार हनन की खबरें थीं.
इस्लाम ने कहा, “शेख हसीना जुलाई से अगस्त तक नरसंहार, हत्याएं और मानवता के खिलाफ अपराध करने वालों की मुखिया थीं.”
हसीना के एक अन्य सहयोगी के खिलाफ वारंट
अदालत ने हसीना (Sheikh Hasina) की अवामी लीग पार्टी के भगोड़े पूर्व महासचिव ओबैदुल कादर के साथ-साथ 44 अन्य लोगों के खिलाफ भी गिरफ्तारी वारंट जारी किया, जिनके नाम नहीं बताए गए.
हसीना के शासन के पतन के बाद उनके दर्जनों सहयोगियों को हिरासत में लिया गया, उन पर पुलिस की कार्रवाई में दोषी होने का आरोप लगाया गया, जिसमें उन्हें सत्ता से हटाने के दौरान हुए दंगों के दौरान 700 से अधिक लोग मारे गए थे.
यह भी पढ़ें: कंगना रनौत के इमरजेंसी को CBFC की हरी झंडी, जानिए सिनेमाघरों में कब रिलीज होगी फिल्म