पाक की राह पर Bangladesh,रद्द किए मुक्ति संग्राम और मुजीब उर रहमान से जुड़े सभी राष्ट्रीय दिवस

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नई दिल्ली। पिछले दिनों Bangladesh में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद गठित नई सरकार द्वारा पिछली सरकारों के फैसलों को धीरे-धीरे बदला जा रहा है.अंतरिम सरकार के प्रमुख नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश मुक्ति संग्राम और उसके नायक मुजीबुर रहमान से जुड़े दिनों पर होने वाली छुट्टियों को रद्द  करने की घोषणा की है. 

8 छुट्टियों को किया रद्द

यूनुस सरकार ने  देश में 8 राष्ट्रीय अवकाशों को समाप्त करने की घोषणा की है.रद्द किए गए छुट्टियों में 7 मार्च और 15 अगस्त की छुट्टी भी शामिल है.ज्ञात हो कि बांग्लादेश में इन दोनों तारीखों को मुक्ति संग्राम से जोड़ा जाता है.राष्ट्रीय छुट्टियों को रद्द करने का फैसला कैबिनेट बैठक में लिया गया.बैठक के बाद इसको लेकर  नोटिफिकेशन भी जारी कर इसकी घोषणा की गई.सरकार के फैसले की निंदा करते हुए अवामी लीग ने सरकार की आलोचना की और कहा कि सरकार मुक्ति संग्राम के इतिहास को मिटाना चाहती है।

पाकिस्तान की ओर अंतरिम सरकार का झुकाव

ज्ञात हो कि इसी साल अगस्त में Bangladesh में हुए तख्ता पलट के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने देश छोड़ कर भारत आ गई.हसीना के देश छोड़ने के बाद नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की सत्ता की जिम्मेदारी मिली.देश में नई सरकार के गठन के बाद से उसका झुकाव पाकिस्तान की ओर देखा जा रहा है.अंतरिम सरकार के फैसले में भी पाकिस्तान की विचारधारा झलकती नजर आ रही है.

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सरकार के फैसले का अवामी लीग का विरोध

अवामी लीग ने कहा कि सरकार शेख मुजीब को “राष्ट्रपिता” के रूप में मान्यता नहीं देती है.वर्तमान सरकार अब पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना का जन्मदिन मनाता है.अवामी लीग ने राष्ट्रीय इतिहास को मिटाने के खिलाफ आम लोगों को मुखर रूप से विरोध करने का आह्वान किया.उन्होंने कहा कि हमारा इतिहास 1952 में शुरू नहीं हुआ.बल्कि 1947 में ब्रिटिश विरोधी संघर्ष के बाद फिर 1971, 1990 और अब 2024 में हमारी स्वतंत्रता सामूहिक संघर्षों के माध्यम से आई है।