Bangladesh Violence over Job Quota: बांग्लादेश के प्रमुख शहरों में सरकारी नौकरियों में आरक्षण की व्यवस्था में सुधार की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच 16 जुलाई, मंगलवार को झड़प हो गई। जिसमें 3 विद्यार्थियों के साथ 6 लोगों की मौत हो गई है। वहीं 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। हालात ऐसे रहे कि अधिकारियों को चार प्रमुख शहरों में अर्धसैनिक बल बॉर्डर बांग्लादेश के जवानों को बुलाना पड़ा। वहीं पूर्व सैकड़ों पुलिसकर्मी पूरी रात देश भर के सार्वजनिक विश्विविद्यालय परिसरों में तैनात रहे। बांग्लादेश सरकार ने देश में बढ़ रही हिंसा को देखते हुए अगले आदेश तक स्कूल और कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया है।
क्या है पूरा मामला?
बता दें, प्रदर्शनकारी दिव्यांग लोगों और जातीय समूहों के लिए 6 प्रतिशत कोटे का समर्थन कर रहे हैं, लेकिन वह स्वतंत्रता संग्राम के नायकों के वंशजों के आरक्षण के खिलाफ हैं। पिछले हफ्ते उच्चतम न्यायालय ने उच्च न्यायालय के आदेश पर चार हफ्ते के लिए रोक लगा दी थी और प्रधान न्यायाधीश ने प्रदर्शनकारियों से कहा था कि वे विरोध-प्रदर्शन समाप्त कर अपनी कक्षाओं में वापस लौट जाएं। उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि वह चार सप्ताह के बाद इस मुद्दे पर फैसला करेगा। लेकिन इसके बाद भी प्रदर्शन जारी रहा। बता दें, प्रदर्शनकारी छात्र 1971 में बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम के नायकों के परिवार के सदस्यों के लिए सरकारी नौकरी में कोटा समाप्त करने की मांग कर रहे हैं।
लेखक-प्रियंका लाल