G20 से पहले चीन-पाकिस्तान के मोर्चों पर लड़ाकू विमान और मिसाइलें तैनात, सेना की बड़ी तैयारी!

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नई दिल्ली: भारत की राजधानी दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को जी 20 की मिटिंग होने जा रही है। इस सम्मेलन में दुनिया भर से करीब 40 देशों से मेहमान शामिल होने वाले हैं। यही कारण है कि पूरी दुनिया की नजरें भारत पर टिकी होंगी। जी 20 शिखर सम्मले में मेजबानी के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है।

ये बात तो सभी को पता है कि चीन-पाकिस्तान की सीमा पर माहौल कितना तनाव पूर्ण रहता है। इसी को देखते हुए, भारतीय वायुसेना ने उत्तरी और पश्चिमी सेक्टरों के मौर्चों पर लड़ाकू विमान और मिसाइलें तैनात की गई हैं।

चीन-पाकिस्तान मोर्चों पर चल रहा है युद्धाभ्यास

टाइम्स ऑफ इंडिया में छपि रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय वायुसेना चीन-पाकिस्तान के मोर्चों पर ‘त्रिशूल’ युद्धाभ्यास कर रही है। इस युद्धाभ्यास में वायुसेना ने लड़ाकू विमानों और जमीन से हवा में मार करने वाले सभी हथियारों का तैनात कर रखा है। इस युद्धाभ्यास त्रिशूल को वेस्टर्न एयर कमांड यानी WAC कर रही है, जो कि भारतीय वायुसेना की अग्रिम कमांड में से एक है। भारती वायुसेना की इसी कमांड के पास लद्दाख से लेकर राजस्थान तक फैले एक विशाल क्षेत्र की सुरक्षा की जिम्मेदारी है।

इस बात को सभी जानते हैं कि लद्दाख में भारत और चीन के बीच तनाव को चलते हुए करीब चार साल हो चुके हैं, लेकिन इस तनाव का अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया है। जिसको लेकर भारतीय सेनाएं समय-समय पर युद्धाभ्यास करती रहती हैं। हाल ही में भारती सेना भी पूर्वी लद्दाख और अरुणाचल-सिक्किम सेक्टर में स्थित ऊंचाई वाले स्थानों पर पहले ही सैन्य अभ्यास कर चुकी है।

10 दिन चलेगा युद्धाभ्यास

WAC का ये युद्धाभ्यास 10 दिनों तक चलेगा। इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य युद्ध की तैयारियों को परखना और पश्चिमी मोर्चे पर देश की ताकत का प्रदर्शन करना है। ये युद्धाभ्यास उस समय हो रहा है, जब देश की राजधानी नई दिल्ली में जी20 की बैठक हो रही है।

जी20 की बैठ के दौरान अभ्यास पर लगेगा विराम

रिपोर्ट में कहा गया है कि 9 और 10 सितंबर को जब देश में जी20 की बैठक चल रही होगी, उस दौरान हवाई युद्धाभ्यास को विराम दे दिया जाएगा। ये युद्धाभ्यास हर साल सेना की ओर से चीन-विशिष्ट माउंटेन स्ट्राइक 1 कोर और 17 कोर की चीन से लगी 3488 किलोमीटर लंबी सीमा पर गर्मियों में किया जाता है। साथ ही यहां पर सेना की भी तैनाती की जाती है।

युद्धाभ्यास में इस्तामल हो रहे हथियार?

रिपोर्ट के अनुसार, युद्धाभ्यास के दौरान “राफेल, मिग-29, जगुआर और सुकोई-30 एमकेआई जैसे लड़ाकू विमानों के साथ-साथ सी-130जे, सी-17 जैसे परिवहन विमान भी शामिल हैं। वहीं, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें एस-400, एमआर-एसएएमएस भी शामिल हैं।