बंगाल टाइगर को घर की तलाश! 2,000 किलोमीटर की यात्रा और 4 राज्यों की सीमा कर चुका है पार

Published

भुवनेश्वर/ओडिशा: एक रॉयल बंगाल टाइगर, जिसे ओडिशा के एक जंगल में देखा गया है, जिसने शायद एक उपयुक्त और सुरक्षित क्षेत्र की तलाश में चार राज्यों में 2,000 किमी से अधिक की यात्रा की है, एक वनपाल ने गुरुवार को कहा कि यही बड़ी बिल्ली पहले महाराष्ट्र के जंगल में पाई गई थी। परालाखेमुंडी प्रभागीय वन के अधिकारियों का कहना है कि एक नर बाघ, जिसका धारीदार पैटर्न महाराष्ट्र के एक जंगल में पाई गई बड़ी बिल्ली के समान पाया गया था, जिसके सितंबर में ओडिशा के गजपति जिले के महेंद्र वन रेंज में देखा गया है।

वहीं, इस मामले में डब्ल्यूआईआई ने पुष्टि की है कि हमारे कैमरा ट्रैप की गई छवि महाराष्ट्र के ब्रह्मपुरी वन प्रभाग में पहले ली गई बाघ की तस्वीर से मेल खाती है। इस पर एक वन अधिकारी ने कहा, “इसके अनूठे धारी पैटर्न और अन्य विवरणों से, यह पुष्टि हुई कि बाघ महाराष्ट्र से ओडिशा आया था… लगभग 2,000 किमी की यात्रा करके और चार राज्यों-महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और ओडिशा को कवर किया।”

बता दें कि अक्टबर महीने में ओडिशा सरकार ने रॉयल बंगाल टाइगर को देखने के लिए पांच टीमों का गठन किया था, जो उस बाघ का पीछे कर रही थी। वहीं, परलाखेमुंड के सहायक वन संरक्षक (एसीएफ) अशोक बेहरा ने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क करने के लिए 35 सदस्यों वाली पांच टीमों को तैनात किया गया है।