फरीदाबाद/हरियाणा: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा आज फरीदाबाद में बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र मंझावली खादर पहुंचे और पीड़ित लोगों से मुलाकात की। इस मौके पर उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष उदय भान, पूर्व मंत्री करण दलाल, पूर्व विधायक ललित नागर भी मौजूद रहें।
इस मौके पर उन्होंने मौसम विभाग की चेतावनी के बावजूद सरकार द्वारा उचित कदम न उठाए जाने पर हुए नुकसान का जिम्मेदार सरकार को ठहराया। फसलों के नुकसान को लेकर 40 हज़ार प्रति एकड़ मुआवजा देने की मांग की तथा बाढ़ की वजह से जान गंवाने वाले लोगों को 4 लाख की बजाए 20 लाख रुपए देने की मांग रखी।
उन्होंने कहा कि, “हथिनी कुंड बैराज से 3 लाख 80 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जबकि 2006 में 8 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था तब भी इतना नुकसान नहीं हुआ था यह सब सरकार की नाकामी है।
9 साल के दौरान जमकर गैर कानूनी माइनिंग हुई है जिसके चलते यमुना का रास्ता बदल गया और भारी तबाही हुई इस बात की पुष्टि एनजीटी भी कर चुका है।”
उन्होंने कहा, “अब जो नुकसान हो चुका है उसकी भरपाई सरकार करें और फसलों के नुकसान को लेकर 15000 प्रति एकड़ की बजाए 40 हजार प्रति एकड़ किसान को दिया जाए साथ ही जिनके मकानों का नुकसान हुआ है उनकी भरपाई भी सरकार करें।
उन्होंने कहा कि जो लोग जान गंवा चुके हैं उन्हें चार लाख की बजाए 20 लाख का मुआवजा दिया जाए। सरकार सो रही है और बाढ़ पीड़ित इलाकों से सरकारी अमला नदारद है।”
सरकार पर निशाना साधते हुए हुड्डा ने कहा कि, “पार्लियामेंट में सरकार ने खुद कहा है कि बेरोजगारी में हरियाणा नंबर वन है जबकि 2014 में बेरोजगारी 3% थी जो अब बढ़कर 9% हो चुकी है।
जब उनसे सवाल किया गया कि सरकार दावा कर रही है कि तीसरी बार फिर से सरकार बनने जा रही है तो इसके जवाब में चुटकी लेते हुए हुड्डा ने कहा की सरकार तो यही कहेगी बल्कि यह नहीं कहेगी कि वह भाग रहे हैं।”
रिपोर्ट- मनोज सूर्यवंशी
फरीदाबाद, हरियाणा