नई दिल्ली/डेस्क: इजरायल में हमास द्वारा किए गए हमले के बाद, 200 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया गया है, जिनमें कई अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं। लेकिन अब, हमास ने दो अमेरिकी बंधकों को छोड़ दिया है, जो अमेरिका के शिकागो में रहने वाली मां-बेटी हैं।
इस कार्रवाई का समझौता कतर ने किया है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने शुक्रवार की देर रात एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया, ’17 साल की नताली रानान और उनकी मां जूडिथ को राफा क्रॉसिंग के जरिए मिस्र में पहुंचाया गया है, जहां उनकी मुलाकात इजरायली सुरक्षा बलों से हुई।
उस बयान में आगे कहा गया कि उन्हें उनके रिश्तेदारों से मिलाने के लिए एक इजरायली सैन्य अड्डे पर ले जाया गया है। दोनों महिलाओं के पास इजरायल की नागरिकता भी है। यह हमले वाले दिन गाजा से 2 किमी की दूरी पर स्थित नाहल ओज किबुत्ज में थीं।
हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया था, जिसके दौरान आतंकीयों ने हाई-टेक सीमा बाड़ को तोड़ दिया था और 1400 से ज्यादा लोगों की हत्या कर दी थी। इसके अलावा, 200 से अधिक लोगों को गाजा में बंधक बना लिया गया था।
इन लोगों ने अपने एक रिश्तेदार के 85वें जन्मदिन की खुशी मनाने के लिए इजरायल की यात्रा की थी। नताली के पिता उरी ने बताया कि शुक्रवार रात को उन्होंने अपनी बेटी से बात की थी। उन्होंने यह बताया कि वह ठीक है और अब उन्हें आराम महसूस हो रहा है।
बाइडेन ने जाहिर की खुशी
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने बताया कि वे बहुत खुश हैं कि दोनों जल्द ही अपने परिवार से मिलेंगी। उन्होंने भी बाकी बंधकों की रिहाई के लिए अपने प्रयासों को जारी रखने का वादा किया है। कतर ने यह भी कहा कि वे मौजूदा संकट को कम करने और शांति स्थापित करने के अंतिम लक्ष्य के साथ सभी बंधकों की रिहाई की आशा में इजरायल और हमास के साथ बातचीत जारी रखेंगे।
हमास के प्रवक्ता अबू उबैदा ने इस सम्बंध में कहा, ‘बंधकों को कतर के मध्यस्थता प्रयासों के जवाब में मानवीय कारणों से रिहा किया गया है। इसके अलावा, वे दुनिया को यह साबित करने के लिए बताना चाहते हैं कि राष्ट्रपति बाइडेन और उनके प्रशासन के द्वारा किए गए वादे निराधार और झूठे हैं।
लेखक: करन शर्मा