ललितपुर/उत्तर प्रदेश: जिले के हाई प्रोफाइल कपड़ा व्यापारी के पुत्र के अपहरण और लूट का प्रयास करने वाले तीनों नकाबपोश बदमाशों को पुलिस ने असलहा के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इस केस का खुलासा करते हुए जिले के कप्तान अभिषेक कुमार अग्रवाल ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों में से एक बदमाश पूर्व में एक लूट की घटना में भी शामिल रहा है।
शहर के मोहल्ला सरदारपुरा निवासी रेडीमेड कपड़ा व्यापारी सचिन जैन के 13 वर्षीय पुत्र का 22 जुलाई की दोपहर घर में घुसकर तीन नकाबपोश बदमाशों ने अपहरण का प्रयास किया था। जो कि सफल नहीं हो पाया था। इस घटना के बाद से ही पुलिस सीसीटीवी के आधार पर केस में छानबीन कर रही थी।
एसपी अभिषेक कुमार अग्रवाल के अनुसार, इस घटना को अंजाम देने वाले बदमाश सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गये थे। बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें लगातार जुटी हुईं थी। बदमाशों को पकड़ने में पुलिस को भले ही टाइम लगा हो, लेकिन इस केस के खुलासे से बदमाशों में पुलिस का खौप और बढ़ गया है।
पकड़े गए तीनों बदमाशों में विनायक बरार और लालाराम ग्राम कल्यानपुरा निवासी है। वहीं, तीसरा बदमाश शहर मोहल्ला आजादपुरा निवासी आनंद है। इन बदमाशों में एक बदमाश आनंद कपड़ा व्यापारी की दुकान पर एक-डेढ वर्ष पूर्व काम कर चुका है।
तीनों बदमाशों के पास से घटना के दौरान छीना गया सभी सामान बरामद कर लिया है। जैसे- बच्चे की दादी का छीना गया मोबाइल फोन, एक पॉलीथिन व घटना के दौरान पहने गए कपड़े। एसपी ललितपुल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पकड़ गए सभी आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
जेल में मिले थे तीनों आरोपी
व्यापारी के पुत्र के अपहरण के प्रयास में पुलिस पकड़ में आए तीनों बदमाशों के बारे में बताया जा रहा है कि तीनों बदमाश जेल में मिले थे। यहीं पर उनकी आपस में दोस्ती हुई थी।
एक बदमाश विनय ग्राम बिरारी के पास हुई लूट की घटना में जेल में बंद था तो दूसरा आंनद मोहल्ला आजादपुरा में करीब दो वर्ष पूर्व एक फौजी पर जानलेवा हमला करने के मामले में बंद था। जबकि तीसरा आरोपी लालाराम पूर्व से जेल में निरुद्ध चल रहा था। यहीं पर तीनों की दोस्ती हुई थी।
जेल से बाहर आने पर ही बनाई गई थी पूरी प्लानिंग
कपड़ा व्यापारी सचिन जैन की दुकान पर करीब एक-डेढ वर्ष पहले आनंद काम करता था। जिस कारण से आनंद, सचिन के घर आता जाता रहता था। उसे सब पता था कि सचिन के पास कितनी दौलत है।
जेल से बाहर निकलने के बाद विनय ने किसी घटना को अंजाम देने की बात कही। तब आनंद ने सचिन जैन के घर में डकैती डालने व अपहरण करने की योजना बनाई। पूरी योजना के तहत वह घटना को अंजाम देना चाहते थे लेकिन व्यापारी के नाबालिग पुत्र की सजगता से वह सफल नहीं हो सके थे।