Election Commission News: देश में इस वक्त लोकसभा चुनावों को लेकर तैयारी जोरों पर है। चुनाव आयोग लगातार निष्पक्ष चुनाव को लेकर तैयारी में लगी हुई है। इसी बीच EC ने एक प्रेस रिलीज़ जारी करके बताया है कि नशीली दवाओं पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है। अब तक की जानकारी के मुताबिक नशा से संबंधित जितना भी जब्ती हुई है उसमें 45% नशीली दवाएं शामिल हैं।
चुनाव आयोग ने की बड़ी कार्रवाही
नशीली दवाओं, शराब, मुफ्त वस्तुओं, नकदी की जब्ती अलग-अलग लेवल पर चुनावों को प्रभावित करती है, कुछ सीधे तौर पर प्रलोभन के रूप में लोगों तक पहुंचती हैं। यह अवैध गतिविधियों की आय को राजनीतिक अभियानों से जोड़ने पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। ECI ने नशीले पदार्थों की जब्ती पर विशेष जोर दिया है। आंकड़ों के विश्लेषण से पता चला कि जो राज्य और केंद्रशासित प्रदेश सीमावर्ती क्षेत्र हुआ करते थे, वे तेजी से इस क्षेत्र से पनप रहे हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने एक समीक्षा दौरे के दौरान नोडल एजेंसियों को संबोधित करते हुए कहा था, “चुनावों में नशीली दवाओं के व्यापार के गंदे पैसे की भूमिका को जड़ से खत्म करने के लिए दवाओं और नशीले पदार्थों के खिलाफ एजेंसियों द्वारा सटीक खुफिया-आधारित सहयोगात्मक प्रयास समय की जरूरत है।” युवाओं और इस प्रकार देश के भविष्य को बचाने के लिए यह महत्वपूर्ण और समग्र है।”
लेखक – आयुष राज