सराय काले खां चौक को मिली नई पहचान, अब कहलाएगा बिरसा मुंडा चौक… केंद्र का फैसला

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Birsa Munda Birth Anniversary

Birsa Munda Birth Anniversary: भारतीय आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी और मुंडा जनजाति के लोक नायक बिरसा मुंडा की आज 150वीं जयंती है. आज के दिन को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में मनाया जाता है. इस मौके पर केंद्र सरकार ने फैसला लेते हुए दिल्ली के सराय कालेखां आईएसबीटी चौक का नाम बदलकर बिरसा मुंडा चौक करने का ऐलान किया है. बता दें, यह ऐलान केंद्रीय शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किया है.

किसान परिवार में हुआ था बिरसा मुंडा का जन्म

आदिवासी समुदाय के प्रतीक बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 (Birsa Munda Birth Anniversary) को एक किसान परिवार में हुआ था. उन्होंने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई साल्गा गांव से की. इसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए चाईबासा (गोस्नर इवेंजेलिकल लुथरन चर्च) विद्यालय चले गए. आदिवासी समुदाय के प्रतीक बिरसा मुंडा एक भारतीय आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी और मुंडा जनजाति के लोक नायक थे.

उन्होंने ब्रिटिश राज के दौरान 19वीं शताब्दी के अंत में बंगाल प्रेसीडेंसी (जो अब झारखंड है) में हुए एक आदिवासी धार्मिक सहस्राब्दी आंदोलन का नेतृत्व किया था. जिसके बाद वह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बन गए. बता दें, भारत के आदिवासी बिरसा मुंडा को भगवान के रूप में मानते हैं.

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