विधानसभा चुनाव के बाद पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा की रिपोर्ट तैयार करेगी भाजपा, गठित की समिति

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नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल चुनाव के बाद हुई हिंसा पर भाजपा ने पश्चिम बंगाल का दौरा करने और ‘स्थिति का तत्काल जायजा लेने और आगे की रिपोर्ट देने’ के लिए 4 सदस्यीय समिति का गठन किया। इस समिति के लिए पार्टी ने चार सांसदों के नाम की घोषणा की है।

पश्चिम बंगाल के लिए गठित समिति

  1. बिप्लब कुमार देब, सांसद – संयोजक
  2. रविशंकर प्रसाद, सांसद
  3. बृजलाल, सांसद
  4. कविता पाटीदार, सांसद

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने एक प्रेस रिलीज जारी करते हुए इस समिति के गठन की जानकारी देते हुए कहा- हमने अभी-अभी भारत के 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों में लोकसभा चुनाव संपन्न होते देखे हैं। राष्ट्रीय चुनाव के साथ हुए विधानसभा चुनावों में से दो राज्यों में सत्ता का हस्तांतरण हुआ। यह सब शांतिपूर्ण तरीके से हुआ है, कहीं से भी राजनीतिक हिंसा की कोई घटना सामने नहीं आई है।

विधानसभा चुनाव के बाद हिंसा की चपेट में आया पश्चिम बंगाल

बीजेपी की ओर से कहा गया कि हमने 2021 के विधानसभा चुनावों के बाद हिंसा देखी, जिसपर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मूकदर्शक बनी हुई हैं, जबकि उनकी पार्टी के अपराधी विपक्षी कार्यकर्ताओं और मतदाताओं पर हमला करते हैं और उन्हें डराते हैं। यहां तक ​​कि कलकत्ता उच्च न्यायालय ने भी इन ज्यादतियों पर संज्ञान लिया है और सीएपीएफ की तैनाती 21 जून तक बढ़ा दी है और मामले को 18 तारीख को आगे की समीक्षा के लिए सूचीबद्ध किया है। ऐसे में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पश्चिम बंगाल का दौरा करने और स्थिति का तत्काल जायजा लेने और आगे की रिपोर्ट देने के लिए एक समिति का गठन किया है।