भाजपा के फायरब्रांड नेता कापिल मिश्रा: राजनीति का नया मोड़

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नई दिल्ली/डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के फायर ब्रांड नेता, कापिल मिश्रा ने हाल ही न्यूज इंडिया द्वारा आयोजित Dialogue@newsindia24*7 डायलाग संवाद सम्मेलन में भाग लेकर अपने दृष्टिकोण और राजनीतिक दृष्टि को साझा किया। जहां कापिल मिश्रा ने अपने परिवर्तन के बारे में, हिन्दूत्व की छवि और विचारों, राममंदिर, और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल पर अपने तीखे आक्रमण के बारे में बातचीत की।

कापिल मिश्रा का सफर: आम आदमी से भाजपा तक

कापिल मिश्रा ने अपने सफर की शुरुआत आम आदमी पार्टी (आप) के सदस्य के रूप में की थी, लेकिन उनका रुख बदलने का कारण आए दिनों सुर्खियों में है। वह भाजपा में शामिल होने के बाद अपने स्थानीय क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन महसूस कर रहे हैं और उन्होंने इसे एक पॉजिटिव और सकारात्मक परिवर्तन के रूप में बयान किया है।

केजरीवाल पर हमला: कापिल मिश्रा का तीखा आक्रमण

कापिल मिश्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर अपने तीखे भाषणों के लिए भी चर्चा की हैं। उन्होंने कहा, “यह सवाल आपने बहुत अच्छा पूछा है क्योंकि कपिल मिश्रा तो वही है जब जो मंत्री के तौर पर महबूबा मुफ्ती से यह सवाल पूछ रहा था कि टेररिज्म और टूरिज्म एक साथ नहीं चल सकता है।

तो कपिल मिश्रा नहीं बदला, लेकिन एक दिन ऐसा आया कि जहां से चले थे उसकी उल्टी दिशा में जाने लग। मैं नहीं बदला लेकिन इस देश को बदलने के वादे करने वाले लोग बदल गए, और मुझे लगता है कि किसी के मन में कोई उम्मीद बची भी होगी तो खड़गे के जूतों में दाल पीते केजरीवाल का वह दृश्य देखने के बाद वह भी उम्मीद खत्म हो गई होगी”

हिन्दूत्व का छवि

कापिल मिश्रा ने अपने भाजपा में शामिल होने के बाद हिन्दूत्व की छवि को सुधारने का प्रयास किया है। उन्होंने अपने भाजपा में शामिल होने के बाद अपने विचारों में एक स्पष्टता लाई है और उन्होंने अपनी हिन्दू आधारित दृष्टिकोण को मजबूत बनाया है। उन्होंने अपने भाजपा में शामिल होने के बाद हिन्दू समाज के साथ मिलकर एक नया उत्साह और सहयोग बनाए रखने का संकल्प किया है।

राम मंदिर: अभिमान का प्रतीक

कापिल मिश्रा ने राममंदिर के मुद्दे पर भी अपने विचार व्यक्त किए हैं। उनका कहना है कि राममंदिर निर्माण हिन्दू समाज के लिए एक अभिमान का प्रतीक है और यह देश की सांस्कृतिक चेतना को बढ़ावा देगा। उन्होंने इसे केवल राजनीतिक घटना नहीं, बल्कि एक समृद्धि के निर्माण का संकेत माना है जो आने वाले समय में हिन्दू समाज को आत्मनिर्भर बनाए रखने में मदद करेगा।

विकास का सपना

कापिल मिश्रा ने विकास के क्षेत्र में देश की प्रगति को बढ़ावा देने के लिए भाजपा के कार्यकर्ताओं की मेहनत की सराहना की है। उन्होंने विकास के क्षेत्र में हो रहे परिवर्तनों को एक मैप की तरह देखा है जिसमें भाजपा की सरकार नए रास्ते बनाने की कोशिश कर रही हैं।

कापिल मिश्रा ने अपने भविष्य के कार्यक्रमों और लक्ष्यों के बारे में साझा किया और यह सुनिश्चित किया कि वे देश को आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह से समर्थ हैं। उनकी भाषा से झलकता है कि वे राजनीतिक घटनाओं को सिर्फ शब्दों में नहीं, बल्कि कार्रवाई में भी बदलने के लिए प्रतिबद्ध हैं और उनका यह आकलन भारतीय राजनीति में एक नए दौर की शुरुआत का संकेत है।

लेखक: करन शर्मा