जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के ऊपरी इलाकों में लापता दो ग्राम रक्षा रक्षक (VDG) सदस्यों, नजीर अहमद और कुलदीप कुमार, के शव शुक्रवार को बरामद कर लिए गए हैं. दोनों गुरुवार सुबह अपने मवेशियों को चराने के लिए निकले थे और वापस नहीं लौटे.
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने हत्या की जिम्मेदारी ली
पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद की शाखा कश्मीर टाइगर्स ने इन हत्याओं की जिम्मेदारी ली और इसे वीडीजी में शामिल होने की सजा करार दिया. संगठन ने अन्य लोगों को भी चेतावनी दी है कि वे वीडीजी से दूरी बनाए रखें.
तलाशी अभियान जारी
घटना की जानकारी मिलते ही जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और सीआरपीएफ ने किश्तवाड़ में व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया. इस दौरान सुरक्षा बलों ने सावधानीपूर्वक इलाके की तलाशी ली, क्योंकि उन्हें आशंका थी कि आतंकियों ने इलाके में जाल बिछा रखा है.
ग्राम रक्षा रक्षकों का इतिहास और पुनः स्थापना
वीडीजी की शुरुआत 1990 के दशक में उग्रवाद के खिलाफ सुरक्षा बढ़ाने के उद्देश्य से हुई थी, हालांकि इसे 2000 में बंद कर दिया गया था. अगस्त 2022 में जम्मू-कश्मीर में हमलों के बाद वीडीजी को पुनः सक्रिय किया गया, जिसमें वर्तमान में 4,125 सदस्य शामिल हैं.