देश के शीर्ष उपभोक्ता प्रहरी, सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) ने ओला इलेक्ट्रिक की सेवाओं और उत्पादों में “खामियों” से जुड़ी शिकायतों पर विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं. इस मामले की पुष्टि करते हुए CCPA प्रमुख निधि खरे ने बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) के महानिदेशक को जांच का जिम्मा सौंपा गया है, और 6 नवंबर को इस बाबत आदेश जारी किया गया था. रिपोर्ट 15 दिनों में पेश करने के निर्देश दिए गए हैं.
एक साल में 10,644 शिकायतें आई
CCPA ने यह कदम तब उठाया जब राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन (NCH) पर ओला इलेक्ट्रिक के खिलाफ शिकायतों की गहन समीक्षा की गई. 1 सितंबर 2023 से 31 अगस्त 2024 के बीच ओला इलेक्ट्रिक के खिलाफ कुल 10,644 शिकायतें दर्ज की गईं.
पहले भेजी गई थी चेतावनी, लेकिन शिकायतें फिर भी बरकरार
इससे पहले CCPA ने कंपनी को नोटिस भी भेजा था. कंपनी ने जवाब में 21 अक्टूबर को बताया था कि उसने 99.1 प्रतिशत शिकायतों का समाधान कर दिया है. लेकिन NCH ने उपभोक्ताओं से प्रतिक्रिया ली तो पाया कि कई उपभोक्ताओं की समस्याएं अब भी अनसुलझी थीं. NCH के कॉल एजेंट्स ने 287 उपभोक्ताओं से संपर्क किया और 130 से बातचीत की. इनमें से 103 उपभोक्ता (79.2 प्रतिशत) कंपनी की प्रतिक्रिया से असंतुष्ट पाए गए.
बता दें कि इस शिकायतों के बढ़ते असंतोष के चलते CCPA ने यह विस्तृत जांच का फैसला किया है, जिससे उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा और गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके.