महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले CEC राजीव कुमार की चेतावनी! महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी बर्दाश्त नहीं…

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Maharashtra Assembly Elections: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरन शिवसेना (शिंदे) नेता शाइना एनसी पर UBT नेता अरविंद सावंत द्वारा आपत्तिजनक टिप्पणी अभी भी मुद्दा बनी हुई है. जिसको महायुति और शिवसेना (शिंदे) खूब भुना रहे हैं. इसी बीच मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार ने शुक्रवार को चुनाव प्रचार के दौरान महिला नेताओं के खिलाफ “अशोभनीय” टिप्पणी की निंदा की और अधिकारियों को समय पर और सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. यह निर्देश महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले जिलाधिकारी, पुलिस आयुक्त, एसपी, नगर आयुक्त और रिटर्निंग अधिकारियों के साथ हुई समीक्षा बैठक में दिए गए.

चुनाव प्रचार में मर्यादा का पालन करने की चेतावनी

राजीव कुमार ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि राजनीतिक पार्टियां और उम्मीदवार ऐसा कोई कार्य या बयान न दें जो महिलाओं के सम्मान के खिलाफ हो. उन्होंने कहा कि नेताओं और कार्यकर्ताओं के निजी जीवन, जिसका उनके सार्वजनिक जीवन से कोई लेना-देना नहीं है, पर टिप्पणी नहीं होनी चाहिए. साथ ही, प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ व्यक्तिगत हमले से भी बचने की सलाह दी.

आदर्श संहिता उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की हिदायत

मुख्य चुनाव आयुक्त ने राज्य चुनाव अधिकारियों को निर्देश दिया कि आदर्श आचार संहिता (MCC) के उल्लंघन और महिलाओं के सम्मान पर किए गए किसी भी अभद्र कार्य के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि सभी उम्मीदवार और पार्टी नेता अपने भाषणों और सार्वजनिक संवाद में महिलाओं के प्रति सम्मान प्रदर्शित करेंगे.

शिवसेना नेता अरविंद सावंत की टिप्पणी पर बवाल

पिछले हफ्ते, शिवसेना (UBT) सांसद अरविंद सावंत द्वारा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना गुट से चुनाव लड़ रहीं शाइना एनसी पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर महाराष्ट्र में राजनीतिक बवाल मच गया. शाइना ने विपक्षी महा विकास आघाड़ी (MVA) पर महाराष्ट्र की महिलाओं का सम्मान न करने का आरोप लगाया और एनसीपी (SP) की सुप्रिया सुले और शिवसेना (UBT) की प्रियंका चतुर्वेदी की चुप्पी पर सवाल उठाया.

सावंत मांग चुके हैं माफी

हालांकि, बाद में अरविंद सावंत ने अपने बयान के लिए माफी मांगी और खुद को बदनाम करने का आरोप लगाया. उन्होंने शाइना को “दोस्त” कहकर उनके प्रति हमेशा सम्मान बनाए रखने का दावा किया और कहा कि अपने लंबे राजनीतिक करियर में उन्होंने कभी महिलाओं का अनादर नहीं किया है.