इजरायल में जीत का जश्न, जानें सिनवार की हत्या से Hamas- Gaza War पर क्या होगा असर?

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इजरायल में जीत का जश्न, जानें सिनवार की हत्या से Hamas- Gaza War पर क्या होगा असर?

नई दिल्ली। 7 अक्तूबर 2023 को इजरायल में हुए हमलों का मास्टरमांइड याह्या सिनवार को इजरायल ने गुरुवार को मार गिराया. सिनवार की मौत गाजा में एक वर्ष से चल रहे युद्ध का सबसे अहम पड़ाव है.जो इजरायल और इरान (Hamas- Gaza War ) के बीच आगे की परिस्थिति सुनिश्चित करेगा.  

इजरायल में हुए हमलों का मास्टरमांइड था याह्या सिनवार

सिनवार 2017 से हमास प्रमुख थे और गाजा में जमीनी स्तर पर इसके प्रमुख व्यक्ति थे. वह हमास के सैन्य अभियानों के प्रभारी भी थे और 7 अक्टूबर, 2023 को इजरायल   पर हुए आतंकवादी हमलों के कथित मास्टरमाइंड के साथ हमास के मिलिट्री ऑपरेशन का इंचार्ज भी था. कहा जा रहा है कि इजरायल का पहला मकसद सिनवार को ढेर करना था जिसमें वो कामयाब रहा.

सिनवार हमास के लिए क्यों महत्वपूर्ण था?

तेल अवीव विश्वविद्यालय के मोशे दयान केंद्र के वरिष्ठ शोधकर्ता हारेल चोरेव के अनुसार हमास के राजनीतिक ब्यूरो प्रमुख इस्माइल हनीयाह और सैन्य कमांडर मोहम्मद डेफ तथा अन्य शक्ति केंद्रों के खत्म होने के बाद  सिनवार हमास में सबसे शक्तिशाली व्यक्ति था. जो इजरायल द्वारा प्रमुख व्यक्तियों को मारने के साथ-साथ और भी मजबूत होता गया.गुरुवार को मौत के पहले तक सिनवार हमास के लिए एकमात्र निर्णय लेने वाला बन गया था. सिनवार के शक्तिशाली होने का अंदाजा  इस बात से लगाया जा सकता है कि इजरायल के टारगेट  लिस्ट में सबसे ऊपर होने के बावजूद, सिनवार गाजा में ही रह रहा था और व्यक्तिगत रूप से सैन्य अभियानों का समन्वय करता रहा. उसकी मौत एक भूमिगत लड़ाई में हुई न कि उन सुरंगों में जहां हमास नेतृत्व आमतौर पर छिपा रहता था.

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सिनवार को 2011 में जेल से रिहा किया गया था. जो 22 साल से ज़्यादा की कैद में था. सिनवार 1980 के दशक में दो इज़रायली सैनिकों और 12 फ़िलिस्तीनी सहयोगियों की हत्या के आरोप में चार आजीवन कारावास की सज़ा काट रहा था. जेल से रिहा होने वाला सबसे हाई-प्रोफाइल हमास का व्यक्ति सिनवार ही था. जेल से रिहा होने के 6 साल बाद 2017 में  गाजा में हमास के राजनीतिक प्रमुख बना. उसके बाद उसने मिस्र के साथ संबंधों को बहाल करने के लिए काम किया और  ईरान के साथ संबंधों को बेहतर बनाने के लिए हमास को संरक्षण दिया. मिस्र के साथ संबंधों को मजबूत करना गाजा में हमास के विशाल तस्करी नेटवर्क के लिए महत्वपूर्ण था, तो इजरायल के खिलाफ हमास को संरक्षण देना उसके कूटनीतिक चाल का हिस्सा था.

Hamas- Gaza War पर क्या असर होगा

सिनवार के मैत के बाद खालिद मशाल को नया हमास प्रमुख घोषित किया गया है. खालिद की सार्वजनिक छवि बहुत मजबूत है, लेकिन उसकी वफादारी सिनवार जैसी नहीं है. इसके कारण सिनवार की मृत्यु से हमास में एक बहुत बड़ा शून्य पैदा हो गया है जिससे हमास अव्यवस्थित हो गया है. जो कि हमास के लिए संभवतः अब तक का सबसे कमजोर और सबसे ज्यादा हतोत्साहित परिस्थिति है. ऐसे में  पुनर्निर्माण के किसी भी प्रयास को भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. इन कारणों को लेकर कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि गाजा में संघर्ष का आने वाला समय वास्तव में इजरायल के लिए और अधिक कठिन हो सकता है. हालांकि सिनवार की मौत का मतलब निश्चित रूप से हमास का अंत नहीं है. लेकिन इसका मतलब राफा अभियान के अंत के बाद से गाजा में हो रहे विद्रोह का अंत भी नहीं है.

सिनवार की मृत्यु का अर्थ इजरायल की जीत ?

Hamas- Gaza War भले ही हमास लड़ाई जारी रखने में कामयाब हो जाए लेकिन सिनवार को मारना इजरायल के लिए बड़ी जीत है.  सिनवार की मौत इजरायल की  सफलता में बहुत ही महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. इससे पहले  नेतन्याहू ने सिनवार की मौत की पुष्टि करते हुए कहा, आज हमने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि हमें नुकसान पहुँचाने वालों के साथ क्या होता है. आज हमने एक बार फिर दुनिया को बुराई पर अच्छाई की जीत दिखाई है. गौरतलब है कि सिनवार की हत्या दोनों देश के बीच युद्ध विराम समझौते का मार्ग प्रशस्त कर सकती है और उन इज़रायली बंधकों की वापसी हो सकती है जो अभी भी जीवित हैं. क्योंकि सिनवार को हमास की ओर से बातचीत में सबसे बड़े बाधा के रूप में देखा जा रहा था. इज़रायली बंधकों को वापस लाना नेतन्याहू के लिए राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बड़ी उपलब्धि हो सकती है.