कोरोना के बाद चांदीपुरा वायरस से देश में मचा हड़कंप, जानें लक्षण और बचाव

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Chandipura Virus: कोरोना वायरस के बाद अब एक नए वायरस ने दुनिया में दस्तक दे दी है। इस वायरस का नाम है चांदीपुरा वायरस, जिससे एक बार फिर पूरे देश में हाहाकार मच गया है। चांदीपुरा वायरस के दस्तक देते ही देश की हेल्थ एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। वहीं मिली जानकारी के मुताबिक, अब तक चांदीपुरा वायरस की चपेट में आने से गुजरात के साबरकांठा और अरवल्ली जिले में 4 बच्चों की जान चली गई है। वहीं हिम्मतनगर के सिविल अस्पताल में इस वायरस से संक्रमित 2 बच्चों का इलाज भी चल रहा है। इसी के साथ बच्चों के खून के सैंपल पुणे की राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान भेजे गए हैं। इन सब के बीच जानते हैं क्या है चांदीपुरा वायरस और इसके लक्षण?

चांदीपुरा वायरस क्या है?

चांदीपुरा वायरस रबडोविरिडे फैमिली का एक RNA वायरस है। जो कीट पतंगों, मच्छर और मक्खियों से फैलता है। सबसे ज्यादा यह मादा फ्लेबोटोमाइन मक्खी से फैलता है। इसके फैलने के पीछे मच्छर में पाए जाने वाले एडीज जिम्मेदार हैं।

चांदीपुरा वायरस के लक्षण क्या हैं?

चांदीपुरा वायरस होने पर रोगियों को बुखार की शिकायत होती है। फ्लू जैसे ही लक्षण इसमें भी होते हैं और तेज एन्सेफलाइटिस होती है। एन्सेफलाइटिस यानी दिमाग में सूजन की शिकायत होना। चांदीपुरा वायरस होने पर बच्चों को उल्टियां, दस्त और सिर में दर्द होता है। बच्चों के लिए यह जानलेवा साबित हो सकता है। चांदीपुरा वायरस ज्यादातर बच्चों को संक्रमित करता है। इनमें 9 महीने से लेकर 14 साल के बच्चे शामिल हो सकते हैं।

चांदीपुरा वायरस से कैसे बचें ?

चांदीपुरा वायरस से बचने के लिए मच्छर, मक्खी और इंसेक्ट्स से बचना जरूरी है। ऐसे में आप खुद और बच्चों को सुबह और शाम को फुल स्लीव्स कपड़े पहनाएं। सोते समय रात को आप नेट का उपयोग करें। घर के अंदर मच्छर न आने दें।

लेखक-प्रियंका लाल