Hanuman Chalisa: शास्त्रों में मंगवार को हनुमान जी का दिन कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि जो इस सच्चे मन से हनुमान चालीसा का जप कर लेता है। उसके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। इस दिन अगर आप अपने घर के मंदिर या फिर हनुमान मंदिर में जाकर बजरंगवली की आरती करते हैं तो आपका मन पूरे दिन प्रसन्न रहेगा।
क्योंकि इसके पीछे साइंटिफिक रीजन छिपा है। आपने अक्सर देखा होगा कि आप जब भी मंदिर में जाते हैं तो अपको एक अलग ही शांति का आभास होता है और जैसे ही आपके कानों में घंटी की आवाजे आते हैं। तो आप अंदर ही अंदर मुस्काने लगते हैं। घंटी की आवाज से मनुष्य के दिमाग को शांति पहुंचती है।
ऐसा इस लिए हो पाता है क्योंकि जब घंटी की आवाज से कंपन्न उत्पन्न होता है तो वातावरण में मौजूद हानिकारक जीवाणु नष्ट हो जाते हैं। तभी तो हिंदू धर्म में मान्यता है कि पूजा के दौरान घंटी बजाई जाती हैं।
भगवान शिव के 11वें रुद्रावतार हैं हनुमान
शास्त्रों के अनुसार, हनुमान जी भगवान शिव के 11वें रुद्रावतार हैं। तुलसीदास जी की लिखी रामायण के अनुसार, कहा जाता है कि जब हनुमा जी अपनी बाल्यावस्था में थे तो उन्होंने सूर्य को चमता देख लाल फल समझकर निगल लिया था।
जिससे नाराज होगकर भगवान इंद्र ने अपने वज्र से हनुमान के मुंह पर प्रहार कर दिया था। जिससे वो अचेत होकर गिर पड़े थे। जिसके बाद पवन देव क्रोधित हुए तो देवताओं को पता चला की हनुमान जी कोई और नहीं बल्कि भगवान शिव के 11वें रुद्रावतार हैं।
जिसके बाद सभी देवताओं ने अपनी एक-एक शक्तियां हनुमान जी को प्रदान कर दी थी। तभी तो हनुमान चालीसा के पाठ करने मात्र से ही कोई भी भूत-प्रेत वाधा आपको छू भी नहीं सकती है।