नई दिल्ली। कर्नाटक उच्च न्यायालय द्वारा मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) घोटाला मामले में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की याचिका को खारिज होने के बाद मुख्यमंत्री ने बीजेपी और जेडी (एस) पर हमला करते हुए कहा कि वो किसी के साजिश से डरते नहीं हैं। मामले को लेकर उन्होंने कहा कि कानूनी विशेषज्ञों और मंत्रियों के साथ वो इस पर चर्चा करेंगे कि इससे कैसे लड़ा जाए।
हाईकमान और पार्टी के नेता का मुझे समर्थन : सीएम
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और जनता दल (सेक्युलर) कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने में सफल नहीं होंगे। मैं कानूनी विशेषज्ञों और मंत्रियों के साथ इस पर चर्चा करूंगा कि इससे कैसे लड़ा जाए, और आगे का फैसला करूंगा। हम भाजपा और जेडी (एस) की साजिश के साथ-साथ राज्यपाल के कार्यालय से भी नहीं डरेंगे। लोगों ने हमें आशीर्वाद दिया है। मुझे उनका आशीर्वाद है। मेरे पास हाईकमान और पार्टी के नेता भी मेरा समर्थन कर रहे हैं।
मुझे न्यायालय पर भरोसा है: सीएम
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं कानून और संविधान में विश्वास करता हूं। इस लड़ाई में आखिरकार सत्य की जीत होगी। यह नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की बदले की राजनीति के खिलाफ लड़ाई है। भाजपा और जेडीएस की इस बदले की राजनीति के खिलाफ हमारा न्यायिक संघर्ष जारी रहेगा। मुझे न्यायालय पर भरोसा है।
क्या है MUDA मामला
ज्ञात हो कि कर्नाटक उच्च न्यायालय ने मंगलवार को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की वह याचिका खारिज कर दी, जिसमें मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) द्वारा उनकी पत्नी को भूखंड आवंटित करने में कथित अनियमितताओं के मामले में उनके खिलाफ जांच के लिए राज्यपाल थावरचंद गहलोत द्वारा दी गई मंजूरी को चुनौती दी गई थी।बता दें कि मुख्यमंत्री पर आरोप है कि MUDA ने मैसूर शहर के प्रमुख स्थान पर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की पत्नी को अवैध रूप से 14 भूखंड आवंटित किए।
-गौतम कुमार