नई दिल्ली। Chhattisgarh के बस्तर क्षेत्र के अबूझमाड़ में शनिवार सुबह सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 5 माओवादी मारे गए. इस अभियान में दो जवान घायल भी हुए हैं, जिनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.
भारी मात्रा में हथियार जब्त
नारायणपुर और कांकेर जिलों की सीमा से लगे उत्तरी अबूझमाड़ में माओवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों का संयुक्त अभियान शनिवार सुबह शुरू हुआ. पुलिस ने बताया कि सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच गोलीबारी सुबह करीब आठ बजे शुरू हुई और कई घंटों तक चली.
पुलिस ने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ यह संयुक्त अभियान जिला रिजर्व गार्ड (DRG), विशेष कार्य बल (STF) और सीमा सुरक्षा बल (BSF) द्वारा चलाया गया. अभियान में पांच शव बरामद किए गए और उनके पास से हथियार जब्त किए गए.
मुठभेड़ों में 100 से अधिक माओवादियों की मौत
Chhattisgarh का अबूझमाड़ गोवा राज्य से भी बड़ा एक विशाल सर्वेक्षण रहित क्षेत्र है जो मुख्य रूप से नारायणपुर जिले में स्थित है, जिसका छोटा हिस्सा बीजापुर, दंतेवाड़ा और कांकेर जिलों और महाराष्ट्र में फैला हुआ है . पिछले साल तक इस क्षेत्र को घने जंगल और सरकारी अधिकारियों की बहुत कम या बिलकुल मौजूदगी के कारण माओवादियों के लिए एक आश्रय स्थल के रूप में देखा जाता था. हालांकि, इस साल, सरकार के ‘माड़ बचाओ’ अभियान के तहत, अबूझमाड़ और उसके आसपास के इलाकों में सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ों में 100 से अधिक माओवादियों को मार गिराया है.
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एक साल में 17 सुरक्षाकर्मियों की हत्या
ज्ञात हो कि शनिवार की मुठभेड़ के साथ इस साल Chhattisgarh के बस्तर क्षेत्र में मारे गए माओवादियों की कुल संख्या 197 हो गई है. यह राज्य गठन के बाद से एक साल में सबसे अधिक है. जबकि इस साल यहां माओवादियों द्वारा 17 सुरक्षाकर्मियों की हत्या की गई है और माओवाद विरोधी अभियानों में 60 नागरिकों की मौत हुई है. 2018 के बाद से नागरिकों की मौत की सबसे अधिक संख्या है. 2018 में 79 नागरिक मारे गए थे.