Cloud Burst in Uttarakhand: लगातार हो रही बारिश से उत्तराखंड में तबाही का मंजर छाया हुआ है। भारी भूस्खलन से एक तरफ जहां यात्री फंस गए हैं। तो वहीं दूसरी तरफ बादल फटने के चलते कई लोगों को अपना घर तक खाली करना पड़ रहा है। वहीं भारी बारिश से केदारनाथ घाटी में काफी तबाही हुई है। जिसके बाद उत्तराखंड सरकार ने रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया है। साथ ही केदारनाथ क्षेत्र में फंसे लगभग 2537 यात्रियों को रेस्क्यू भी कर लिया गया है। बीते दिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने टिहरी और रुद्रप्रयाग के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया था।
केदारनाथ पैदल मार्ग ध्वस्त, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
बता दें, बुधवार रात केदारनाथ पैदल मार्ग पर बादल फटने से काफी नुकसान हुआ है। वहीं 16 लोगों के लापता होने की खबर सामने आई है। बादल फटने की घटना के बाद से लगातार एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम के साथ पुलिस लगातार लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही है। सेना के चिनूक और एमआई-17 हेलीकॉप्टर से भी लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा है। भारी बारिश से उत्तराखंड में आई आपदा से अब तक करीब 13 लोगों की मौत हो चुकी है।
कुदरत का कहर, कुछ दिनों के लिए रोकी गई केदारनाथ यात्रा
बुधवार को भारी बारिश के बाद मंदाकिनी नदीं उफान पर है। केदारनाथ पैदल मार्ग कई जगह पर ध्वस्त हो गए है। सोनप्रयाग से एक किमी आगे केदारनाथ हाईवे का 50 मीटर हिस्सा बह गया है। जिसके बाद केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर भूस्खलन के कारण यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए केदारनाथ यात्रा फिलहाल दो दिन के लिए रोक दी गई है।