झांसी के मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार देर रात हुए भीषण अग्निकांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इस हृदयविदारक घटना में 10 नवजात शिशुओं की मृत्यु हो गई, जिससे हर ओर गम और शोक का माहौल है. वैसे तो घटना के तुरंत बाद से ही प्रसाशन सक्रिय हो गया और राहत कार्य युद्ध स्तर पर शुरू कर दिए गए थे. लेकिन उसके बाद भी इस घटना पर प्रसाशन की लापरवाही पर कई सवाल उठ रहे हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिक्रिया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा, “झांसी मेडिकल कॉलेज में घटित दुर्घटना अत्यंत दुखद एवं हृदयविदारक है. मेरी संवेदनाएं उन सभी परिजनों के साथ हैं जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खो दिया.” इसके साथ ही सीएम ने पीड़ित परिवारों के लिए आर्थिक सहायता का भी ऐलान किया. मृतक बच्चों के माता-पिता को मुख्यमंत्री राहत कोष से 5 लाख रुपये और घायलों के परिजनों को 50 हजार रुपये की सहायता दी जाएगी.
रातभर लिया जाता रहा अपडेट
मिली जानकारी के अनुसार, घटना की सूचना मिलते ही सीएम योगी ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को तुरंत झांसी भेज दिया. इसके साथ ही सीएम रातभर घटना से जुड़ी हर जानकारी लेते रहे. उन्होंने जिला प्रशासन और पुलिस को राहत एवं बचाव कार्यों में पूरी तत्परता से जुटने का निर्देश भी दिए.
“जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई असंभव”- CM योगी
शनिवार सुबह प्रयागराज में आयोजित एक जनसभा के दौरान सीएम योगी ने घटना पर दुख प्रकट करते हुए कहा, “10 मासूम बच्चों की दुखद मृत्यु हुई है. शेष बच्चों को सुरक्षित निकाला गया है. स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की टीम ने पूरी तत्परता दिखाई है, लेकिन जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई असंभव है.”
सरकार का त्वरित एक्शन
- डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने अधिकारियों के साथ राहत कार्यों का निरीक्षण किया.
- आर्थिक सहायता की घोषणा: मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये और घायलों के परिजनों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे.
- सीएम योगी का संदेश: सोशल मीडिया पर सीएम ने बच्चों की मृत्यु को हृदयविदारक बताते हुए प्रभु श्रीराम से दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की.
- पीएम मोदी ने घनटना को बताया हृदयविदारक: पीएमओ की ओर से मृत बच्चों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 5द हजार रुपये दिए जाने की घोषणा की.
सीएम योगी ने इस हादसे को लेकर किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त न करने की बात कही है. जांच के आदेश दे दिए गए हैं और स्वास्थ्य विभाग को ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कड़े कदम उठाने को कहा गया है. साथ ही सीएम योगी ने इस घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच कराने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.